धान बेचने को बेहाल हैं चैनपुर प्रखंड के किसान

संवादसूत्र चैनपुर (पलामू) धान क्रय केंद्र पर किसानों के साथ नाइंसाफी हो रही है। मैसेज मिल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Apr 2021 10:23 PM (IST) Updated:Sat, 24 Apr 2021 10:23 PM (IST)
धान बेचने को बेहाल हैं चैनपुर प्रखंड के किसान
धान बेचने को बेहाल हैं चैनपुर प्रखंड के किसान

संवादसूत्र, चैनपुर (पलामू): धान क्रय केंद्र पर किसानों के साथ नाइंसाफी हो रही है। मैसेज मिलने के बाद धान लेकर क्रय केंद्र पहुंचे किसानों से धान की खरीदारी नहीं की जा रही है। किसान धान लेकर डेढ़- दोमाह से क्रय केंद्र के बाहर चिलचिलाती धूप में धान की रखवाली करने को विवश है। उक्त बातें अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य कार्यकारी अध्यक्ष केडी सिंह ने कही। वे किसानों की शिकायत पर शुक्रवार को चैनपुर धान क्रय केंद्र पर पहुंचे थे। उनके साथ राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष रामनाथ चंद्रवंशी भी मौजूद थे। नेताओं कहा कि चैनपुर धान क्रय केंद्र व प्रखंड कार्यालय के प्रांगण धान के हजारों बोरे पड़े हैं। धान की बर्बादी हो रही है। किसान लाचार व बेबस है। उन्होंने बताया कि चैनपुर के क्रय पदाधिकारी गोदाम व बोड़ा की अनुपलब्धता बता रहे हैं।इसी कारण धान की प्रक्रिया बाधित बताई जा रही है।उन्होंने कहा कि मेहनतकश किसान खून पसीना एक कर फसल उपजाते हैं। धान उपज के 4 माह बाद भी धान की खरीदारी नहीं किया जाना किसानों के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने बताया कि इस बाबत अधिकारियों से बातचीत हुई है।मौके पर निरंजन कमलापुरी, धर्मेंद्र सिंह, राजीव रंजन तिवारी, राजेंद्र प्रसाद, प्रभु साव, मो अयूब, मनोज तिवारी, कमलानंद तिवारी आदि किसान मौजूद थे। विधायक निभाएं जनता से किए गए वायदे: जायसवाल संवाद सूत्र, पांकी (पलामू): पांकी के झामुमो नेता ओंकारनाथ जायसवाल ने विधायक को याद दिलाते हुए पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि चुनावी वायदे पर अमल करने का समय आ गया है। वायदा किया है तो निभाना पड़ेगा। पत्र में लिखा है कि विधायक ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि वे अपने वेतन व भत्ते का उपयोग विधान सभा की जनता के लिए करेंगे। इसके लिए वे पांच जातियों के लोगों के नाम से संयुक्त कमेटी बनाकर बैंक खाता खोला। इसमें पैसा जमा करने का निर्णय लिया गया था। कहा गया था कि इस राशि का उपयोग कमेटी गरीब की बेटी की शादी, अति जरूरतमंदों का इलाज ,आपदा विपदा के अलावा अन्य जरूरत मंदों को कमेटी की सिफारिश से आर्थिक सहयोग किया जाएगा। डेढ़ वर्ष बीतने वाला है। अब तक इस पर अमल नहीं हुआ। पांकी विधान सभा क्षेत्र की जनता की निगाहें चुनाव में विधायक की घोषणा पर टिकी है। एक साल बाद भी वादा पूरा नहीं हुआ।

chat bot
आपका साथी