भूमिगत जल बेचकर मालामाल हो रहे कारोबारी

सहेज लो बूंद बोतल और जारबंद पानी का का चलन बढ़ा जिले में 50 आरओ सेंटर का हो रहा संचा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 06:02 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 06:02 PM (IST)
भूमिगत जल बेचकर मालामाल हो रहे कारोबारी
भूमिगत जल बेचकर मालामाल हो रहे कारोबारी

सहेज लो बूंद

बोतल और जारबंद पानी का का चलन बढ़ा, जिले में 50 आरओ सेंटर का हो रहा संचालन संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : पलामू में एक ओर जलस्रोत मर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भूमिगत जल को बेचकर लोग मालामाल हो रहे हैं। गत पांच-सात वर्षों के भीतर पलामू में बोतल और जार बंद पानी का धंधा तेजी से फैला है। लगभग 50 आरओ सेंटर का संचालन करते हुए कारोबारी जार के माध्यम से पानी बेच रहे हैं। शहर में करीब 20 से 25 आरओ सेंटर का संचालन हो रहा है। बाजार में एक जार पानी की कीमत 25-30 रुपये बताई जाती है। एक सेंटर संचालक अगर 200 जार पानी हर दिन बेच रहा है तो 50 सेंटर संचालकों से प्रति दिन लगभग तीन लाख रुपये का पानी हर दिन जनता खरीदकर पी रही हैं। पलामू के लोग लगभग 90 लाख रुपये का पानी हर माह खरीद रहे हैं। धड़ल्ले से धंधा फलफूल रहा है। बाक्स.आरओ सेंटर का आंकड़ा भी नगर निगम के पास नहीं

मेदिनीनगर : शहर में तेजी से आरओ सेंटर खुल रहे हैं। बावजूद इसमें नियम-कानून की अनदेखी हो रही है। दिलचस्प बात है कि नगर निगम के पास संचालित आरओ सेंटरों का आंकड़ा तक नहीं है। बताया जाता है कि आरओ सेंटर संचालन के लिए नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने का प्रावधान है। बावजूद संचालकों ने आरओ सेंटर संचालन के लिए एनओसी तक नहीं ली है। इधर, आरओ सेंटर का संचालन करना एक व्यवसाय है। नतीजा इससे संबंधित होने वाली बोरिग भी व्यवसायिक ही मानी जाएगी। व्यवसायिक बोरिग के लिए नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने का प्रावधान है। बावजूद अधिकतर लोगों ने नियम का पालन नहीं किया है।

बाक्स.नगर निगम से नहीं हुई कुछ कार्रवाई

मेदिनीनगर : नगर निगम क्षेत्र में आरओ सेंटर संचालन की खबर प्रबंधन को भी है। एनओसी नहीं लिए जाने आदि की जानकारी होने के बावजूद अब तक इस दिशा में नगर निगम प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई तक नहीं की गई। बिना इजाजत के व्यवसायिक बोरिग और एनओसी लिए बिना ही आरओ सेंटर का संचालन हो रहा है। इस दिशा में कार्रवाई होनी चाहिए।

पानी खरीदकर प्यास बुझा रहे शहरवासी

मेदिनीनगर : पेयजल संकट के लिए मशहूर मेदिनीनगर के लोग अपनी गाढ़ी कमाई खर्च कर जार का पानी खरीद अपनी प्यास बुझाने को विवश हैं। शहर के आबादगंज, मुस्लिमनगर, बाजार क्षेत्र, पहाड़ी मोहल्ला, शाहपुर, चैनपुर आदि इलाकों के सैकड़ों लोग हर दिन जार का पानी खरीदते हैं। दरअसल, नगर निगम और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग शहरवासियों को नियमित रूप से पेयजलापूर्ति कराने में अक्षम साबित हो रहा है। बहरहाल, इस दिशा में पहल करने की जरूरत है। गर्मी आते ही शहर में पेयजल संकट गहराने लगा है।

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