सामूहिक प्रयास से जलवायु परिवर्तन पर लगे रोक : आयुक्त

जलवायु परिवर्तन विषय पर प्रमंडल स्तरीय बैठक सह कार्यशाला छोटे-छोटे कार्यो के माध्यम से जल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Mar 2021 07:31 PM (IST) Updated:Wed, 24 Mar 2021 07:31 PM (IST)
सामूहिक प्रयास से जलवायु परिवर्तन पर लगे रोक : आयुक्त
सामूहिक प्रयास से जलवायु परिवर्तन पर लगे रोक : आयुक्त

जलवायु परिवर्तन विषय पर प्रमंडल स्तरीय बैठक सह कार्यशाला

छोटे-छोटे कार्यो के माध्यम से जल संचयन का करें प्रयास

फोटो 24 डालपी 33

कैप्शन: दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उदघाटन करते प्रमंडलीय आयुक्त

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : जलवायु परिवर्तन की गति को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर सामूहिक प्रयास आवश्यक है। स्वयं भी रुचि लेकर छोटे-छोटे कार्यों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है। यह बातें प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कही है। वे बुधवार को सदर प्रखंड के दुबियाखाड़ स्थित सेसा भवन में जलवायु परिवर्तन विषय पर आयोजित प्रमंडल स्तरीय कार्याशाला को संबोधित कर रहे थे। कहा कि समुदाय की सहभागिता से वनों का संरक्षण करना होगा। इसके लिए वन क्षेत्र में निवास कर रहे लोगों के लिए लाह, महुआ आदि से जीविकोपार्जन का संसाधन सुनिश्चित करना होगा। इससे वनों की कटाई को रोका जा सके।

कार्यक्रम का आयोजन नाबार्ड ने किया था।

क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार सुमन ने जलवायु परिवर्तन को अति चितनीय विषय बताया। कहा कि इससे संपूर्ण विश्व में खलबली मची है।

पलामू व्याघ्र परियोजना दक्षिणी प्रमंडल के उपनिदेशक मुकेश कुमार ने जलवायु परिवर्तन के कारण व जंगल के महत्व की जानकारी दी। डीएफओ राहुल कुमार ने कहा कि नाबार्ड के सहयोग से वन विभाग द्वारा नदी तट पर किए गए पौधरोपण का कार्य के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं।

कृषि विज्ञान केंद्र बालूमाथ की मुख्य वैज्ञानिक सुनीता कान्डयान ने जलवायु परिवर्तन पर चिता व्यक्त की। नाबार्ड के डीडीएम शालीन लकड़ा ने बैठक का विषय प्रवेशकराया। कार्यक्रम का संचालन कृषि विज्ञान केंद्र चियांकी के कीट विशेषज्ञ संजय कुमार ने किया। मौके पर सेसा के कौशिक मल्लिक व कई विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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