एनपीयू का पहला स्टेक होल्डर हैं विद्यार्थी : कुलपति

संवाद सहयोगी मेदिनीनगर नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय का पहला स्टेक होल्डर विद्यार्थी है। इसलिए छात्रहित सर्वोपरि है। विद्यार्थियों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि शिक्षक और कर्मचारियों के टालमटोल रवैया से विद्यार्थी परेशान हैं। उक्त बातें नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डा सत्येंद्र नारायण सिंह ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 07:01 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 06:17 AM (IST)
एनपीयू का पहला स्टेक होल्डर हैं विद्यार्थी : कुलपति
एनपीयू का पहला स्टेक होल्डर हैं विद्यार्थी : कुलपति

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय का पहला स्टेक होल्डर विद्यार्थी है। इसलिए छात्रहित सर्वोपरि है। विद्यार्थियों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि शिक्षक और कर्मचारियों के टालमटोल रवैया से विद्यार्थी परेशान हैं। उक्त बातें नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डा सत्येंद्र नारायण सिंह ने कही। वे मंगलवार को गणेश लाल अग्रवाल कॉलेज में शिक्षक और कर्मचारियों की उपस्थिति में विद्यार्थियों की समस्याएं सुन रहे थे। कुलपति ने कड़े लफ्जों में कहा कि अगर विद्यार्थियों की तमाम समस्याएं विश्वविद्यालय ही निपटाएगा तो कॉलेजों में प्राचार्य, प्राध्यापक और कर्मचारियों को बैठने का क्या औचित्य है। कार्यशैली में बदलाव लाते हुए टालमटोल की परंपरा को बंद करने का सख्त निर्देश दिया। साथ ही कॉलेज स्तर पर ही विद्यार्थियों की समस्याओं का निराकरण करने की हिदायत दी। वीसी ने कहा कि जीएलए कॉलेज को प्रीमियर कॉलेज का दर्जा मिला है। प्रीमियर कॉलेज है तो कुछ करकर दिखाना पड़ेगा। सिर्फ प्रीमियर कॉलेज कहने से काम नहीं चलेगा। शिक्षकों को ट्यूशन पढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बावजूद उन्हें शिकायत मिल रही है कुछ शिक्षक ट्यूशन पढ़ा रहे हैं। वैसे शिक्षकों को ट्यूशन बंद कर कॉलेज में पठन-पाठन व्यवस्था को सु²ढ़ करने का निर्देश दिया। कहा कि सुधरेंगे तो कॉलेज में शैक्षणिक माहौल तैयार होगा। विद्यार्थियों को लाईब्रेरी से पुस्तक नहीं मिल रहा है और प्रयोगशाला का भी लाभ नहीं मिला है। यह गंभीर मामला है। कई विषयों में कुछ पेपरों की पढ़ाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जो भी संसाधन है उसका समुचित लाभ विद्यार्थियों को प्रदान करें।

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