मेडिकल कॉलेज में कुव्यवस्था, फर्श पर इलाज, दूर रखा ऑक्सीजन सिलेंडर हाथ में नेबुलाइजर धागा

पलामू के मेडिकल कॉलेज में कुव्यवस्था का आलम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 05:22 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 05:22 PM (IST)
मेडिकल कॉलेज में कुव्यवस्था, फर्श पर इलाज, दूर रखा ऑक्सीजन सिलेंडर 
हाथ में नेबुलाइजर धागा
मेडिकल कॉलेज में कुव्यवस्था, फर्श पर इलाज, दूर रखा ऑक्सीजन सिलेंडर हाथ में नेबुलाइजर धागा

तौहीद रब्बानी, मेदिनीनगर : पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर स्थित पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन आम रोगियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में हांफ रहा है। शुक्रवार की देर रात इस अस्पताल में कुव्यवस्था का नजारा देखने को मिला। रात के 11.22 बजे जिला के मोहम्मदगंज थाना अंतर्गत तेंदुआ गांव निवासी 50 वर्षीय भोला राम पिता स्व बालकिशुन राम अस्पताल के आउट डोर परिसर में फर्श पर पड़े थे। दूर ऑक्सीजन सिलेंडर रखा था। इसी सिलेंडर से रोगी को ऑक्सीजन चढ़ाया जा रहा था। रोगी के निकट जमीन पर उसकी पत्नी बैठी थी। अभी 4-5 मिनट बाद पांकी प्रखंड के रन्ने गांव निवासी मो. शाहिद अपनी 22 वर्षीया पत्नी गुलपरी खातून को लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक आशीष ने रोगी को देखा। उन्होंने अस्पताल की पर्ची पर रोगी को भाप देने को लिखा। परिजन बाहर से खरीदकर दवा लाए। अस्पताल में ड्यूटी दे रहे कंपाउंडर नवीन ने रोगी के मुंह व नाक में नेबुलाइजर तो लगा दिया पर इसके सपोर्ट के लिए कोई धागा नहीं देख रोगी की मां को जिम्मेदारी सौंप दी कि आप ही इसे हाथ से पकड़कर खड़ी रहें। मां अपने हाथ के सहारे अपनी बेटी को करीब 20 मिनट तक भाप चढ़ाती रहीं। इससे पूर्व रात के करीब 11 बजे नावाबाजार प्रखंड के तुकबेरा पंचायत के छतवा टोला निवासी घायल 50 वर्षीय रामयाद सिंह अस्पताल में बेसुद्ध पड़े थे। बैंडेज कर उन्हें वहीं छोड़ दिया गया था। दरअसल गांव में एक मोटरसाइकिल चालक धक्का मारकर फरार हो गया था। इधर, फर्श पर पड़े एक रोगी को ऑक्सीजन चढ़ान, एक महिला को उसकी मां के सहारे नेबूलाइजर से भांप चढ़ाते व सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति का यू हीं पड़ा रहना देख लोग हैरत में थे। इतने बड़े अस्पताल का यह हाल देख लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि यही वह अस्पताल है जो सदर अस्पताल से अपग्रेड होकर पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल बन चुका है। यहां तो नेबूलाइजर के लिए एक कायदे का धागा तक उपलब्ध नहीं है।

मालूम हो कि आधी रात में भी रोगियों का आना जारी था। डा आशीष अपनी टीम के साथ काफी मुस्तैदी से रोगियों को इलाज कर रहे थे। बावजूद अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं थी। डा आशीष ने बताया कि चिकित्सीय टीम से किसी को कोई शिकायत का मौका नहीं देंगे।

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बाक्स: रातभर अंधेरे में डूबा रहा पीएमसीएच मेदिनीनगर: पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल शुक्रवार की शाम से ही अंधेरे में डूबा रहा। बताया गया कि अस्पताल का जेनरेटर खराब है। हुआ यूं कि शुक्रवार की देर शाम फाल्ट के कारण विद्युत विभाग के स्तर पर आपूर्ति की जा रही बिजली व्यवस्था लचर गई थी। हर 5-7 मिनट पर काफी देर तक के लिए बिजली गुल हो रही थी। इधर, बिजली गुल होने के साथ इमरजेंसी वार्ड छोड़कर पूरा अस्पताल परिसर अंधेरे में डूबा था। इसे रोगियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

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पीएमसीएच की व्यवस्था अस्पताल अधीक्षक के जिम्मे रहती है। उन्हें जांचकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाएगा।

डॉ. जान एफ कनेडी, सिविल सर्जन, पलामू।

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पीएमसीएच में व्याप्त अव्यवस्था की जांच की जाएगी। जरूरत के तहत व्यवस्था सुधारी जाएगी। जेनरेटर खराब है। लाक डाउन के कारण पार्टस नहीं मिल रहे हैं। इस वजह से पीएमसीएच में बिजली संकट है। कल रविवार व आज ईद की छुट्टी के कारण जेनरेटर नहीं बन सका है। इसे अविलंब बनाया जाएगा।

डॉ. केएन सिंह, अस्पताल अधीक्षक,पीएमसीएच,पलामू।

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