अभियंता हत्याकांड में जिप सदस्य शैलेंद्र व शूटर गिरफ्तार
मेदिनीनगर : शहर का चर्चित इंजीनियर हत्याकांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया है।
मेदिनीनगर : शहर का चर्चित इंजीनियर हत्याकांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया है। इस मामले में चैनपुर पश्चमी के जिला परिषद सदस्य शैलेंद्र कुमार उर्फ शैलू व जितेंद्र कुमार ¨सह नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्याकांड से संबंधित तमाम ¨बदुओं पर पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने मंगलवार को शहर थाना में संवाददाताओं को जानकारी दी। बताया गया कि 26 अक्टूबर की सुबह नवकेतन सिनेमा के समीप सुधीर कुमार रौशन नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सुधीर डीआरडीए में अनुबंध पर अभियंता के पद पर कार्यरत थे। इस मामले में मृतक के पिता चिबहाल राम ने कृष्णा राम चंद्रवंशी, हंसा कुमारी, नेहा कुमारी, शैलेंद्र कुमार उर्फ शैलू व निशा देवी के विरूद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। हत्याकांड के उदभेदन के लिए डीएसपी प्रेमनाथ के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। मामले की जांच करते हुए सीसीटीवी फुटेज निकाला गया तो शूटर जितेंद्र कुमार ¨सह की तस्वीर उसमें कैद मिली। इसी आधार पर छापेमारी करते हुए पुलिस ने नावाटोली निवासी विजय ¨सह के पुत्र जितेंद्र ¨सह को बिसफुट्टा पुल के बगल से चैनपुर नदी की ओर जाने वाली कच्ची सड़क से गिरफ्तार किया। उसके पास से पिस्तौल और एक गोली बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस के समक्ष हत्याकांड से संबंधित सारे राज खोले। कहा कि इंजीनियर सुधीर की हत्या उसने गोली मारकर की। सुधीर का विवाद जिप सदस्य शैलेंद्र कुमार और उसके ससुराल वालों से था। शैलेंद्र ने ही जितेंद्र को हत्या करने के लिए कहा था। हत्या के एवज में 50 हजार रूपए देने की बात थी। एसपी ने बताया कि सेमरटांड में जितेंद्र ने आशीष उर्फ नमी के साथ मिलकर हत्या की रणनीति बनाई। मोटरसाइकिल से जितेंद्र और नमी सर्वोदय स्कूल के पास पहुंचे। इसी बीच इंजीनियर सुधीर अपने पुत्र को स्कूल बस पर बैठाकर लौट रहा था। नमी ने सुधीर की शिनाख्त की और जितेंद्र ने गोली मारकर हत्या कर दी और दोनों वापस सेमरटांड भाग निकले। एसपी ने बताया कि दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि नावाटोली निवासी बाल्मिकी राम के पुत्र आशष कुमार उर्फ नमी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। एसपी ने बताया कि अन्य नामजद अभियुक्तों के खिलाफ जांच की जार ही है। नाली-गली विवाद में हुई अभियंता की हत्या मेदिनीनगर : जिला परिषद सदस्य शैलेद्र कुमार उर्फ शैलू के ससुराल और डीआरडीए इंजीनियर सुधीर के परिवार के बीच पूर्व से ही नाली-गली आदि का विवाद चल आ रहा था। इसे लेकर कई बार तू-तू मैं-मैं भी होती थी। मामला थाना में भी पहुंच चुका था। एसपी ने बताया कि सुधीर डीआरडीए में कार्यरत था। इसलिए कई लोगों का उसके घर आना-जाना लगा रहता था। यह शैलू के सुसराल वालों को पसंद नहीं था। इसी को लेकर बात बढ़ी और शूटर बुलाकर जिला परिषद सदस्य ने सुधीर की हत्या करा दी। कौन-कौन थे छापेमारी टीम में मेदिनीनगर : इंजीनियर हत्याकांड के उद्भेदन के लिए डीएसपी प्रेमनाथ के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इसमें शहर इंस्पेक्टर तरूण कुमार, शहर थाना प्रभारी आनंद कुमार मिश्रा, सतबरवा थाना प्रभारी राणा जंगबहादूर ¨सह, सदर थाना प्रभारी ममता कुमारी, महिला थाना प्रभारी दुल्लर चौड़े, पुलिस अवर निरीक्षक सह अनुसंधानकर्ता प्रमोद कुमार ¨सह व टाईगर मोबाइल के जवान शामिल थे। उपायुक्त आवास के बाहर भी जितेंद्र ने ही की थी हत्या
मेदिनीनगर : स्थानीय उपायुक्त आवास के समक्ष तीन अक्टूबर की शाम करीब सात बजे फुटपाथ पर कपड़ा-जूता बेचने वाला युवक आयुष उर्फ शशि की हत्या भी जितेंद्र ¨सह ने की थी। एसपी इंद्रजीत महथा ने इसकी पुष्टि की। बताया कि स्कूल के मित्र चंदन कुमार के कहने पर जितेंद्र ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। चंदन ने कहा था कि शशि उसकी बहन को स्कूल के जाने के क्रम में छेड़छाड़ करता है। हत्या करने के एवज में दस हजार रूपए देने का भरोसा दिलाया था। एसपी ने बताया कि जितेंद्र पूर्व में भी शहर थाना क्षेत्र में लूट और अपहरण मामले में जेल जा चुका है।
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