पिता ने कहा, वेल्लोर व पालघर वाले फुटेज में सूरज नहीं

अरविद तिवारी चैनपुर (पलामू) पलामू के चैनपुर प्रखंड के पूर्वडीहा पंचायत के कोल्हुआ गांव ि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:10 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:11 PM (IST)
पिता ने कहा, वेल्लोर व पालघर वाले फुटेज में सूरज नहीं
पिता ने कहा, वेल्लोर व पालघर वाले फुटेज में सूरज नहीं

अरविद तिवारी, चैनपुर (पलामू): पलामू के चैनपुर प्रखंड के पूर्वडीहा पंचायत के कोल्हुआ गांव निवासी दिवंगत नौसैनिक सूरज कुमार दुबे के स्वजन महाराष्ट्र पुलिस की कार्रवाई से निराश हैं। सोमवार को कोल्हुआ स्थित अपने आवास पर दैनिक जागरण से बातचीत में दिवंगत नौसैनिक सूरज के पिता दुबे कहते हैं की जिस फुटेज को आधार मानकर मुंबई पुलिस अनुसंधान कर रही है उसमें कई तस्वीरें सूरज की नहीं हैं। कहा कि पुलिस की ओर से दिखाए गए चेन्नई एयरपोर्ट से निकलते हुए व 31 जनवरी को दिन में 12.30 एटीएम से पैसा निकालने की तस्वीर सूरज की है। इसके अलावा वेल्लोर व पालघर पेट्रोल पंप के किसी दूसरे की तस्वीर को पुलिस सूरज बता रही है। चेन्नई में बस पर चढ़ते हुए सूरज के पास कोई बैग नहीं है, जबकि वेल्लोर में उसके पास दो बैग दिखाया जा रहा है। यह बात स्वयं दिग्भ्रमित करने वाली है। बताया कि आज तक उनके बेटे सूरज का बैग व मोबाइल का पता पुलिस नहीं लगा पाई है। मालूम हो कि कोल्हुआ गांव निवासी मिथिलेश दुबे का पुत्र सूरज कुमार दुबे कोयंबटूर में नौसेना में कार्यरत थे। छुट्टी बिताकर 30 जनवरी 2021 को वह ड्यूटी पर वापस लौट रहे थे। 5 फरवरी को महाराष्ट्र के पालघर जंगल में उसे जले हुए अवस्था में पाया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।

बॉक्स: 5 माह 15 दिन बाद भी नहीं मिली कोई अनुग्रह राशि

चैनपुर : दिवंगत नौसैनिक सूरज के मौत के साढे़ पांच माह बाद भी राज्य सरकार या विभाग की ओर से कोई अनुग्रह राशि नहीं मिली है। सूरज के बड़े भाई नीरज कुमार दुबे ने बताया कि सूबे के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने अनुग्रह राशि की घोषणा की थी। बावजूद अभी तक कुछ नहीं हुआ है।

chat bot
आपका साथी