मातृत्व दिवस : एक साल के मासूम को छोड़ संक्रमितों की सेवा में लगी हैं आरती

मुर्तजा मेदिनीनगर (पलामू) दुनिया के हर बच्चे के लिए मां सबसे खास होती है। कोरोना संक्रमण क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 07:14 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:14 PM (IST)
मातृत्व दिवस : एक साल के मासूम को छोड़ संक्रमितों की सेवा में लगी हैं आरती
मातृत्व दिवस : एक साल के मासूम को छोड़ संक्रमितों की सेवा में लगी हैं आरती

मुर्तजा, मेदिनीनगर (पलामू) : दुनिया के हर बच्चे के लिए मां सबसे खास होती है। कोरोना संक्रमण के दौरान कुछ माताओं का दायित्व काफी बढ़ गया है। कोरोना योद्धा के रूप में उभरी ऐसी माताएं अपने कर्तव्य को पूरी मुस्तैदी से निभा रही हैं। इस क्रम में वे अपने बच्चे को पूरा समय नहीं दे पा रहीं लेकिन मन में एक सुकून है कि जरूरतमंदों की सेवा कर रही हैं, उनका आशीर्वाद उसके बच्चे की रक्षा करेगा।

मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल के कोविड वार्ड में संक्रमितों की सेवा कर रही सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ)आरती कुमारी भी ऐसी ही मां हैं। आरती अपनी ड्यूटी को धर्म मानते हुए इसे पूरी तन्मयता से निभा रही हैं इस समर्पण ने उन्हें अपने एक वर्ष के मासूम से दूर कर दिया है। सीएचओ आरती कोविड वार्ड में संक्रमितों की सेवा कर रही हैं वहीं उनके पति बीएसएफ जवान मनीष कुमार राजस्थान में रहकर देश की रक्षा में तैनात हैं। उनके एक वर्ष के पुत्र नमन कुमार का ख्याल झारखंड के खूंटी में उनकी दादी रख रही हैं। आरती स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ हर दिन दर्जनों संक्रमितों का उपचार कर रही हैं। बताती हैं कि बच्चा, पति व स्वजनों की यादें हर पल आती है। वीडियो काल पर बच्चा से बात कर खुद को तसल्ली दिलाते हैं। कोरोना काल में ममता के मोहमाया से समझौता कर संक्रमितों की सेवा को प्राथमिकता दे रहे हैं। बताती हैं उसकी तरह दर्जनों महिलाएं भी स्वजनों से दूर होकर संक्रमितों के उपचार के लिए ड्यूटी कर रही हैं। बॉक्स..बच्चा के लिए मां की ममता को पूरी जिदगी पड़ी हुई है। मां का फर्ज अदा करने से ज्यादा अभी कोरोना संक्रमितों की सेवा करना जरूरी है। इसमें पति बीएसएफ जवान मनीष कुमार समेत स्वजनों का अपेक्षित सहयोग मिल रहा है। विभाग के तमाम लोगों के साथ समन्वय बनाकर कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। कोरोना काल मे तमाम लोगों को अपने कर्तव्यों को निभाने की जरूरत है।

आरती कुमारी, सीएचओ, एमआरएमसीएच कोविड वार्ड, मेदिनीनगर।

बॉक्स..कोरोनाकाल में तमाम स्वास्थ्य कर्मी ईमानदारी से ड्यूटी कर रहे हैं। लेकिन इस बीच वैसी महिलाओं की भूमिका ज्यादा अहम है जो अपने मासूम बच्चों को खुद से जुदा कर कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। इस विकट परिस्थिति से उभरने के बाद कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करेंगे। तमाम संक्रमितों के स्वजनों से भी अपील है कि स्वास्थ्य कर्मियों को सहयोग प्रदान करें। सामूहिक सहयोग से ही कोरोना के खिलाफ जंग जीत सकते हैं।

डा अनिल श्रीवास्तव, प्रभारी सिविल सर्जन, पलामू।

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