महंगी पड़ेगी राशन वितरण में लापरवाही

पाकुड़ आपूर्ति विभाग ने राशन वितरण में लापरवाही करने वाले दुकानदारों पर सख्त रुख अखतियार लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 31 Aug 2021 04:32 PM (IST) Updated:Tue, 31 Aug 2021 04:32 PM (IST)
महंगी पड़ेगी राशन वितरण में लापरवाही
महंगी पड़ेगी राशन वितरण में लापरवाही

जागरण संवाददाता, पाकुड़ : आपूर्ति विभाग ने राशन वितरण में लापरवाही करने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया है। पिछले चार दिनों में राशन वितरण में गड़बड़ी करने वाले तीन दर्जन से अधिक राशन डीलरों का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। दो दुकानदारों का लाइसेंस रद कर दिया है। इसमें पाकुड़ सदर व महेशपुर प्रखंड में राशन दुकानदारों की संख्या अधिक है।

शहरी क्षेत्र में दो दुकान का लाइसेंस रद

डीएसओ ने शनिवार को शहरी क्षेत्र के दो राशन दुकानों का लाइसेंस रद कर दिया था। इसमें डीलर इम्तियाज अहमद व अशोक भगत हैं। इम्तियाज अगस्त 2016 में चार माह की छुट्टी लेकर हज करने गए थे। इसके बाद उन्होंने अब तक दुकान चलाने को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाई है। इसलिए उनकी दुकान का लाइसेंस रद कर दिया गया। अशोक कुमार भगत की दुकान का लाइसेंस रद किया हैं। चार वर्ष पूर्व सितंबर 2016 में तत्कालीन एसडीओ ने उनकी दुकान को निलंबित किया था।

34 दुकानों का लाइसेंस निलंबित

राशन वितरण में गड़बड़ी पर अंकुश लगाने के लिए जिला आपूर्ति पदाधिकारी शिवनारायण यादव ने पिछले चार दिनों में जिले के 34 राशन दुकानों का लाइसेंस रद किया है। इसके बाद प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से इसे दूसरे दुकानों से टैग करते हुए रिपोर्ट मांगी है। डीलरों पर समय पर खाद्यान्न का वितरण नहीं करने व धोती साड़ी योजना में गड़बड़ी का आरोप है। इसमें महेशपुर के शहरग्राम, अर्जुनदाहा, श्रीरामगड़िया और सीलमपुर पंचायतों के दो-दो तथा शिवरामपुर, गायबथान, रोलग्राम, पथरिया, असकंधा, बलियाडांगा पंचायतों के एक-एक डीलरों शामिल हैं। इन डीलरों ने जनवरी से जुलाई माह तक समय पर खाद्यान्नों का वितरण नहीं किया है। महेशपुर की कानीझंडा पंचायत के राशन डीलर ललिता घोष की दुकान को धोती-साड़ी योजना में अधिक राशि लेने के आरोप में निलंबित किया गया। वहीं डीएसओ ने पाकुड़ प्रखंड के दादपुर पंचायत के तीन तथा शहरकोल, नरोत्तमपुर, पोचाथोल, पृथ्वीनगर, नबीनगर, संग्रामपुर, तारानगर और भवानीपुर पंचायतों के एक - एक पीडीएस दुकानों को निलंबित किया है।

वर्जन

अधिकतर राशन दुकानदारों ने समय से राशन वितरण नहीं किया है। उनके पास सैंकड़ों क्विलंटल अनाज बचा हुआ है। जबकि उसी माह अनाज का वितरण करना है जिस माह इसे दिया जाता है। डीलर के पास 10 फीसद से अधिक अनाज बचा हुआ नहीं होना चाहिए।

शिव नारायण यादव, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, पाकुड़

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