सरकारी संपत्तियों के निजीकरण से देश मे बढ़ेगी बेरोजगारी

संवाद सहयोगी पाकुड़ केंद्र सरकार सरकारी व सार्वजनिक संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपन

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Aug 2021 10:57 PM (IST) Updated:Mon, 30 Aug 2021 10:57 PM (IST)
सरकारी संपत्तियों के निजीकरण से देश मे बढ़ेगी बेरोजगारी
सरकारी संपत्तियों के निजीकरण से देश मे बढ़ेगी बेरोजगारी

संवाद सहयोगी, पाकुड़ : केंद्र सरकार सरकारी व सार्वजनिक संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने जा रही है। इससे ेश में बेरोजगारी बढ़ेगी। यह बातें स्थानीय रेलवे स्थित यूनियन कार्यालय में सोमवार को आयोजित ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन पाकुड़ शाखा के द्विवार्षिक सम्मेलन में यूनियन के केंद्रीय सह सचिव विकास पाल ने कही।

उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों कीआलोचना करते हुए कहा कि रेलवे में निजीकरण, पदों की समाप्ति,कई प्रकार के भत्ते को बंद करना सरकार की श्रमिक विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि आज देश में कोविड महामारी के कारण लाखों लोगों ने अपना रोजगार खोया है। शिक्षित युवा वर्ग अपनी नौकरी खो चुके हैं। इस बुरे दौर में भी सरकार रोजगार के नए अवसर सृजित करने के बजाय और रेलवे में होने वाली बहाली को रोक दिया है। साथ ही हर वर्ष प्रत्येक जोनल रेलवे में 1500 पदों को समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है। इसका ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन विरोध करती है।

उन्होंने कहा कि कुछ एक निजी कंपनियों के पास देश का अधिकांश धन चला जाएगा। वह केवल अपने लाभ को प्राथमिकता देते हुए सरकारी संपत्ति का दोहन करेगी। हाल ही में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाने वाला राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना देश की जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा है। इसके द्वारा सरकार देश की राष्ट्रीय परिसंपत्तियों का मूल्य मूल्यांकन कम कर निजी हाथों में सौंप कर उन्हें लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है। पिछले चुनाव में भाजपा के लिए फंडिग का काम किया। वर्तमान केंद्र सरकार की श्रमिक एवं कर्मचारी विरोधी नीति का आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन जोरदार विरोध करती है।

वहीं शाखा सचिव सोमेन घोष ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया। कोषाध्यक्ष गुंजन कुमार ने पिछले सत्र 2019-20 का आय-व्यय का ब्यौरा पेश किया। जोनल युवा सचिव पलाश घोष ने केंद्र सरकार के उन सभी नीतियों की आलोचना की जिससे आम जनता, शिक्षित युवा, व्यापारी(मध्यम)रेल कर्मचारी की स्थिति बदतर होने जा रही है। आज रेलवे की स्थिति जानबूझकर ऐसा कर दिया गया है। इससे रेल कर्मचारियों के ऊपर अत्यधिक बोझ बढ़ गया है। वे गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इसके पूर्व इस सम्मलेन की शुरुआत ईआरएमयू के केंद्रीय संयुक्त सचिव सुभाषशीष राय, केंद्रीय सह सचिव विकास पाल, केंद्रीय संगठन मंत्री सुकुमार पांडेय आदि ने शहीद वेदी पर माल्यार्पण कर किया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता संजय कुमार ओझा ने की। कार्यक्रम का संचालन अरुण कुमार साहा ने किया।

सम्मेलन में ईआरएमयू की नई कमेटी का गठन

पाकुड़ : रेलवे मैदान स्थित यूनियन कार्यालय में सोमवार को आयोजित ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन का द्विवार्षिक सम्मेलन में पाकुड़ शाखा की नई कार्यसमिति की घोषणा केंद्रीय संगठन मंत्री सह चुनाव पर्यवेक्षक सुकुमार पांडेय ने की। इसमें अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौबे, कार्यकारी अध्यक्ष कलीम अंसारी, उपाध्यक्ष सुधीर कुमार, अरुण कुमार साहा, शाखा सचिव संजय कुमार ओझा, संयुक्त सचिव फजले रहमान, सह सचिव निलेश प्रकाश, विक्टर विजय जेम्स, संगठन सचिव अमर कुमार मल्होत्रा, विक्रम भारती, कोषाध्यक्ष गुंजन कुमार को बनाया गया। वहीं केंद्रीय सभासद के लिए दयाशंकर प्रसाद, संजीव कुमार, केंद्रीय द्विवार्षिक सम्मेलन के प्रतिनिधि के रूप में भागवत प्रसाद शर्मा, सुधांशु शेखर, पिटू पटेल, संतोष कुमार को बनाया गया। शाखा सभासद मोहम्मद गुलाम मोहिउद्दीन, उत्तम चटर्जी, शकील अंसारी, अशोक कुमार सिंह, सूचिन्तो विश्वास, मुकेश कुमार, सुमित कुमार मंडल, गौतम कुमार ठाकुर, राकेश कुमार, सौरभ अधिकारी, मुकेश कुमार, श्यामल कुमार माल, प्रीतम कुमार मंडल, अजय कुमार माल, मनोज कुमार यादव, कुंदन कुमार सिंह, पंकज कुमार, गौतम कुमार यादव, गौतम कुमार पांडेय, रामकुमार यादव को बनाया गया।

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