कोरोना संक्रमितों के लिए नहीं होगी एंबुलेंस की कमी

जागरण संवाददाता पाकुड़ कोविड 19 की दूसरी लहर के दौरान देशभर में आक्सीजन और एं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:54 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:20 PM (IST)
कोरोना संक्रमितों के लिए नहीं होगी एंबुलेंस की कमी
कोरोना संक्रमितों के लिए नहीं होगी एंबुलेंस की कमी

जागरण संवाददाता, पाकुड़ : कोविड 19 की दूसरी लहर के दौरान देशभर में आक्सीजन और एंबुलेंस की कमी देखने को मिल रही थी, लेकिन पाकुड़ जिले में कोरोना मरीजों को एंबुलेंस की कमी खलने नहीं दी गई। तीसरी लहर के मद्देनजर विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है। तीसरी लहर में भी एंबुलेंस की कमी नहीं होगी। सभी प्रखंडों में 108 (एंबुलेंस) मौजूद है। एक फोन करने पर आपके दरवाजे में एंबुलेंस खड़ी हो जाएगी। एंबुलेंस काफी हद तक उखड़ती सांसों के लिए मददगार साबित होगी। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिलेभर में 108 एंबुलेंस की संख्या 11 है। दो खराब था, लेकिन वह भी लगभग ठीक हो गया है। इसमें सदर अस्पताल के अधीन दो 108 तथा एक 104 (एंबुलेंस) है। इसके अलावा पाकुड़ सदर को दो एंबुलेंस प्राप्त है। इसमें एक 108 है। हिरणपुर, अमड़ापाड़ा, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर व पाकुड़िया में एक-एक 108 मौजूद है। एंबुलेंस के चालक सदैव तत्पर रहते हैं। एक फोन काल आने पर चालक दरवाजे पर हाजिर हो जाते हैं। कोरोना के दूसरी लहर में एक भी मरीज को बाहर भेजने की आवश्यकता नहीं पड़ी। कोरोना के सभी मरीज कोविड 19 मैनेजमेंट अस्पताल रिची लिट्टीपाड़ा में ही स्वस्थ्य हुए। जिले के विभिन्न प्रखंडों से एंबुलेंस के माध्यम से मरीजों को रिची लाया गया तथा स्वस्थ्य होने के बाद एंबुलेंस से घर तक भी छोड़ा गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दूसरी लहर में एंबुलेंस की कमी नहीं खली। संभावित तीसरी लहर में भी एंबुलेंस की कमी नहीं खलेगी। --------------- विधायक निधि से मिला एक एंबुलेंस

स्वास्थ्य विभाग के पास फिलहाल पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस मौजूद है। महेशपुर विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी ने विभाग को एक नया एंबुलेंस प्रदान किया है। संभावित तीसरी लहर में विधायक का एंबुलेंस काफी काम आएगा। पाकुड़ विधायक आलमगीर आलम ने भी एंबुलेंस प्रदान किए हैं। पाकुड़ व बरहड़वा प्रखंड में पाकुड़ विधायक का एंबुलेंस दौड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले के अन्य संघ व संस्था के पास भी एंबुलेंस मौजूद है। उनसे भी मदद ली जा सकती है। ------------- निजी अस्पतालों में मौजूद है एंबुलेंस

शहर में संचालित निजी अस्पतालों में एंबुलेंस मौजूद है। निजी अस्पताल संचालक अपने स्तर से भी मरीजों को एंबुलेंस से बाहर भेजते हैं। सिविल सर्जन ने निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक कर संभावित तीसरी लहर को लेकर अलर्ट रहने को कहा है। एंबुलेंस, आक्सीजन व बेड की व्यवस्था दुरूस्त रखने का निर्देश दिया गया है।

---------------

जिले में एंबुलेंस की कमी नहीं है। दूसरी लहर में भी एंबुलेंस को लेकर कोई परेशानी नहीं हुई। संभावित तीसरी लहर में भी कोई परेशानी नहीं होगी। डा. रामदेव पासवान, सिविल सर्जन

पाकुड़

chat bot
आपका साथी