जमाई षष्ठी पर ससुरबाड़ी में दामाद की हुई खातिरदारी

जागरण टीम पाकुड़ बंगाली समुदाय का लोक पर्व जमाई षष्ठी बुधवार को उल्लास के साथ मनाया गया

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:40 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:40 PM (IST)
जमाई षष्ठी पर ससुरबाड़ी में दामाद की हुई खातिरदारी
जमाई षष्ठी पर ससुरबाड़ी में दामाद की हुई खातिरदारी

जागरण टीम, पाकुड़ : बंगाली समुदाय का लोक पर्व जमाई षष्ठी बुधवार को उल्लास के साथ मनाया गया। घर-घर में जमाई राजा की खातिरदारी हुई। बंगाली समाज की महिलाओं ने पति व बच्चों के दीर्घायु की कामना के लिए पीपल वृक्ष के नीचे परंपरा के अनुसार पूजा की। वहीं लॉकडाउन के वजह से बेटी-दामाद नहीं आ सके। इसका मलाल बंगाली समाज के महिलाओं में देखा गया। वैश्विक महामारी कोरोना के वजह जमाई षष्ठी पर दूर रहने वाले जमाई राजा खातिरदारी से वंचित रह गए। महिलाओं ने पति के दीर्घायु की प्रार्थना की। इसके बाद घर आए जमाई का सेवा सत्कार कर मिष्ठान भोजन करवाया। बांग्ला संस्कृति में जमाई षष्ठी पर्व की एक अलग पहचान है। ज्ञात हो कि जमाई षष्ठी में भगवान षष्ठी की पूजा होती है। इसमें दामाद को भगवान का रूप दिया जाता है। ससुराल वाले दामाद के हाथ में रक्षासूत्र बांध उनकी लंबी आयु की कामना करते हैं।

पाकुड़िया: पाकुड़िया सहित प्रखंड के मोंगलाबन्ध, चौकिसाल, परुलिया, बन्नोग्राम, श्रीधरपाड़ा, पलियादाहा इत्यादि दर्जनों गांवों में बुधवार को बंगाली समुदाय की महिलाओं के द्वारा जमाई षष्ठी पर्व धूमधाम से मनाई गई।

महेशपुर : प्रखंड मुख्यालय स्थित सिनेमा हॉल के समीप षष्टीतल्ला में बंगाली समाज की महिलाओं ने जमाई षष्टी पर्व मनाया।

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