कोरोना की चेन तोड़ने को स्वत: बंद रहा पाकुड़

जागरण संवाददाता पाकुड़ कोरोना संक्रमण की दूसरे लहर को देखते हुए रविवार को शहर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 05:38 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 05:38 PM (IST)
कोरोना की चेन तोड़ने को स्वत: बंद रहा पाकुड़
कोरोना की चेन तोड़ने को स्वत: बंद रहा पाकुड़

जागरण संवाददाता, पाकुड़ : कोरोना संक्रमण की दूसरे लहर को देखते हुए रविवार को शहर के व्यापारियों व अन्य लोगों ने स्वेच्छा से अपनी-अपनी दुकानें व प्रतिष्ठानों को बंद रखा। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए पाकुड़वासी एकजुट दिखे। इस अघोषित क‌र्फ्यू का सभी वर्गो ने समर्थन किया। इस कारण शहर में लॉकडाउन जैसा नजारा रहा। आम जनता भी घर से बाहर नहीं निकले।

शहर के मुख्य मार्ग के अलावा सभी मुहल्लों में सन्नाटा पसरा था। गोकुलपुर, पुराना डीसी मोड़, पाकुड़-शहरग्राम पथ, धनुषपूजा, भगतपाड़ा, हाटपाड़ा, हरिणडांगा चौक, रेलवे फाटक, कालिकापुर, बल्लभपुर सहित अन्य स्थानों पर सुबह से ही दुकानें बंद थी।

यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप रही। ऑटो, रिक्शा, बस सहित अन्य वाहन नहीं चले। इससे बाहर से आने वाले लोगों को थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मेडिकल सहित अन्य आवश्यक दुकानें खुली रही। लोगों ने स्वेच्छा से दुकानें बंद रखी थी। शहरवासी अपने-अपने घरों में दुबके रहे। कुछ लोग मेडिकल सहित अन्य जरूरी कामों से निकलें, लेकिन तुरंत घर वापस भी लौट गए। इस बंदी का आंशिक असर प्रखंडों में भी देखा गया। महेशपुर के आंबेडकर चौक छोड़कर अन्य सभी स्थानों की दुकानें खुली रही। दूसरे जिले के लोगों को जानकारी नहीं रहने के कारण बंदी के दिन भी पाकुड़ पहुंच गए। पाकुड़ से दूसरे स्थानों पर जाने के लिए काफी देर तक वाहन का इंतजार करना पड़ा। देर शाम कुछ वाहन चले।

रेलवे स्टेशन पर वीरानी :

पाकुड़ में क‌र्फ्यू का असर रेलवे स्टेशन पर भी पड़ा। स्टेशन में सुबह से ही वीरानी छाई थी। कुछेक लोगों को छोड़ अन्य एक भी व्यक्ति ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन नहीं पहुंचे। स्टेशन परिसर स्थित दुकानें भी बंद रही। स्टेशन परिसर के अलावा प्लेटफार्म पर भी लोग नजर नहीं आए। रेलवे कर्मी स्टेशन पर मौजूद थे। सभी कर्मचारी मास्क पहनकर ड्यूटी कर रहे थे।

बस स्टैंड में सन्नाटा

अघोषित जनता क‌र्फ्यू का बस मालिकों ने भी समर्थन किया। कुछ बसें अल सुबह चली। इसके बाद बसों का परिचालन ठप हो गया। बस स्टैंड में दिनभर बसें खड़ी रही। स्टैंड में सन्नाटा छाया रहा। कई लोग बस से सफर करने की आशा में बस स्टैंड पर ही बैठे रहे। बस मालिक सहित चालक, कंडक्टर आदि ने भी इस अघोषित क‌र्फ्यू का समर्थन किया। बस मालिकों ने कहा कि कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए यह कदम उठाना बेहद जरूरी था। यही कारण है कि शहर के लोगों ने भी इसका जमकर समर्थन किया।

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पाकुड़वासी काफी जागरूक हुए हैं। बिना किसी सख्ती के लोगों ने बाजार को बंद रखा। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए एकजुटता दिखाई। शहर के लोग बधाई के पात्र हैं।

प्रभात कुमार, एसडीओ, पाकुड़

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