विधानसभा में उठा महेशपुर को अनुमंडल बनाने की मांग

संवाद सूत्र पाकुड़िया(पाकुड़) झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को विधायक प्र

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 09:42 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 09:42 PM (IST)
विधानसभा में उठा महेशपुर को अनुमंडल बनाने की मांग
विधानसभा में उठा महेशपुर को अनुमंडल बनाने की मांग

संवाद सूत्र, पाकुड़िया(पाकुड़): झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी ने महेशपुर को अनुमंडल बनाने का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष रखा। प्रो. मरांडी ने बताया कि महेशपुर विधानसभा के अंतर्गत दोनों प्रखंड महेशपुर और पाकुडि़या पश्चिम बंगाल का सीमावर्ती क्षेत्र है। सीमावर्ती होने के कारण विधि व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने की आवश्यकता है। इसके लिए प्रखंड मुख्यालय महेशपुर में महेशपुर, पाकुड़िया व अमड़ापाड़ा प्रखंड मिलाकर अनुमंडल कार्यालय की स्थापना जनहित में जरूरी है। उन्होंने कहा कि महेशपुर को अनुमंडल का दर्जा दिलाने की मांग महेशपुर के अलावा पाकुड़िया और आमड़ापाड़ा प्रखंड की जनता वर्षो से कर रही है। इसके अलावा विधायक ने विधानसभा में अल्पसूचित प्रश्न में सरकार से प्रश्न किया कि वज्रपात से मरने वालों मृतक के परिवार को सरकार की तरफ से जो चार लाख राशि की सरकार मुआवजा के रूप में दी जाती है वह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद दी जाती है । परंतु साक्षरता की कमी के कारण अधिकतर परिवार मृतक का पोस्टमोर्टम नहीं करवाना चाहता है। इससे मुआवजा राशि नहीं मिल पाती है, तो क्या सरकार पोस्टमॉर्टम की अनिवार्यता को शिथिल करते हुए अंचलाधिकारी थाना प्रभारी तथा मुखिया या ग्राम प्रधान के प्रमाणपत्र के आधार पर मुआवजा राशि का भुगतान पर विचार करेगी। ताकि वैसे परिवारों को भी मुआवजा राशि मिल सकें।

chat bot
आपका साथी