देशवासियों के लिए कांग्रेस ने किया था अंग्रेजों का दमन
जागरण संवाददाता पाकुड़ कांग्रेस पार्टी की स्थापना आजादी से पहले 1885 में हुई थी। उस समय
जागरण संवाददाता, पाकुड़ : कांग्रेस पार्टी की स्थापना आजादी से पहले 1885 में हुई थी। उस समय देश विकट स्थिति से गुजर रही थी। अंग्रेजों के शासनकाल से देशवासी खुश नहीं थे। देशवासियों के लिए ही कांग्रेस पार्टी ने अंग्रेजों का दमन किया था। यह बातें तिरंगा यात्रा के दौरान सोमवार को गांधी चौक के पास सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री विधायक आलमगीर आलम ने कही।
इससे पहले 136 वें स्थापना दिवस पर शहर के कांग्रेस भवन से गांधी चौक तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी जिदाबाद, सोनिया-राहुल जिदाबाद के नारे लगाए। तिरंगा यात्रा के मुख्य सड़क पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यात्रा शहर के इंदिरा गांधी चौक, बिरसा चौक, आंबेडकर चौक होते हुए महात्मा गांधी चौक पहुंची। गांधी चौक पर ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि देश की आजादी में कांग्रेस पार्टी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस पार्टी कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि एक विचारधारा है। गूंगी, बहरी भाजपा सरकार कृषि संशोधन बिल लाकर किसानों का दमन करना चाहती है। इस बिल से किसानों का भला नहीं होने वाला है। पूरे देश के किसान बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
जिलाध्यक्ष उदय लखमानी ने कहा कि भाजपा सरकार कृषि बिल लाकर किसानों को गुमराह कर रही है। भाजपा सरकार की नीति स्पष्ट नहीं है। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। इस मौके पर जिला सचिव कृष्णा यादव, प्रवक्ता मुख्तार हुसैन, प्रखंड अध्यक्ष अफजल हुसैन, सोशल मीडिया समन्वयक नलिन मिश्रा, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष तस्लीम अरिफ, फारूख आलम, आमिर हमजा, शमीम, शाहीन परवेज, अभिषेक रंजन, निरंजन मिश्रा, बेलाल शेख, सज्जाद मेहना, देवीलाल मुर्मू, संतु चौधरी, मंसारूल हक, विवेक गोस्वामी, प्रमोद डोकानिया, असलम, अविनाश सिंहा, आबिद, असद हुसैन सहित अन्य उपस्थित थे।
पाकुड़िया के कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को पार्टी का स्थापना दिवस मनाया गया। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष इस्लाम अंसारी, सचिव कमालुद्दीन, मुबारक अंसारी, दूरबीन हांसदा, दिलीप मुर्मू, नकुल राय आदि उपस्थित थे।
मंत्री ने महापुरुषों को किया नमन :
सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने तिरंगा यात्रा के दौरान मुख्य सड़क किनारे स्थित महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। इंदिरा गांधी, बिरसा मुंडा, बाबा भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।