प्यास बुझाने को गाड़े जाएंगे 640 चापाकल

संवाद सहयोगी पाकुड़ गर्मी ने दस्तक दे दी है। पाकुड़ जिले में अधिकतर इलाके में पाइप से जला

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:47 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:47 PM (IST)
प्यास बुझाने को गाड़े जाएंगे 640 चापाकल
प्यास बुझाने को गाड़े जाएंगे 640 चापाकल

संवाद सहयोगी, पाकुड़ : गर्मी ने दस्तक दे दी है। पाकुड़ जिले में अधिकतर इलाके में पाइप से जलापूर्ति की आपूर्ति नहीं होती। गर्मी के पहले कई जगहों पर चापाकल खराब हो चुके हैं। पेयजल की समस्या बढ़ी तो ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के संज्ञान में बात आई। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने फिलहाल पाकुड़ में 640 चापाकल गाड़ने की मंजूरी दी है। अभी तक 57 जगहों पर चापाकल गाड़े जा चुके हैं। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने मई माह के अंत तक सभी चापाकल को लगाना है। नौ ठेकेदार को यह जवाबदेही दी गई है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंताओं ने आम लोगों से अनुरोध किया है कि चापाकल गाड़ने के दौरान जरूर मौजूद रहे ताकि कार्य की गुणवत्ता बेहतर रहे।

भविष्य को ध्यान में रखकर गाड़े जा रहे चापाकल

राज्य सरकार ने दस साल बाद गर्मी के दिनों में गहराते पेयजल संकट को दूर करने के लिए सभी जिलों के प्रत्येक पंचायत में पांच -पांच नए चापाकल गाड़ने की योजना शुरू की है। इसके तहत पाकुड़ जिले के सभी 128 पंचायत में 640 चापाकल गाड़े जाने हैं। यहां चापाकल गाड़ने का काम अप्रैल माह में शुरू कर दिया गया है। इसी माह में इस काम को पूरा किए जाने की विभाग की योजना है। ये चापाकल विधायकों की अनुशंसा पर गाड़े जा रहे हैं। विभागीय सहायक अभियंता अनुज मिश्रा ने बताया कि जिले के इन चापाकल गाड़ने का काम नौ संवेदकों को मिला है। इसमें से अभी चार संवेदक ही बोरिग कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छह मई तक महेशपुर प्रखंड में 25, पाकुड़िया में 27 और पाकुड़ प्रखंड में पांच चापाकल गाड़े जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि दो संवेदक कोरोना से पीड़ित हो गए हैं। जिले के शेष तीन प्रखंड हिरणपुर, अमड़ापाड़ा और लिट्टीपाड़ा में भी जल्द चापाकल गाड़ने का काम शुरू हो जाएगा।

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भविष्य के जल संकट के निदान को ध्यान में रखकर यह योजना तैयार की गई है। सभी संवेदक को निर्धारित मानक के अनुसार चापाकल गाड़ने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावे पुराने खराब पड़े चापाकल को भी दुरूस्त किया जा रहा है।

सुनील कुमार, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, पाकुड़

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