भूमि संरक्षण विभाग की कार्यप्रणाली ठीक नहीं : सुनैना

लोहरदगा में भूमि संरक्षण विभाग की कार्यप्रणाली पर उठा सवाल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 09:13 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 09:28 PM (IST)
भूमि संरक्षण विभाग की कार्यप्रणाली ठीक नहीं : सुनैना
भूमि संरक्षण विभाग की कार्यप्रणाली ठीक नहीं : सुनैना

संवाद सहयोगी, लोहरदगा : जिला परिषद की बैठक मंगलवार को विकास भवन स्थित अभिलाषा सभा कक्ष में जिला परिषद की अध्यक्ष सुनैना कुमारी की अध्यक्षता में हुई। जिसमें सबसे पहले विगत बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन की समीक्षा की गई। इसमें पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, भूमि संरक्षण, शिक्षा, कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग के कार्यों और योजनाओं की बिदुबार समीक्षा कर जरूरी निर्देश दिए गए।

इसमें जिला परिषद अध्यक्ष सुनैना कुमारी ने कहा कि भूमि संरक्षण विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में कई गड़बड़ी मिली है। विगत बैठक में शिकायत मिली थी कि कैरो प्रखंड के हनहट केराटोली में डीप बोरिग योजना में गड़बड़ी है। इसकी जांच कराने पर पुष्टि हुई। उन्होंने कहा कि अब विभाग के माध्यम से हुई अन्य डीप बोरिग की योजनाओं की भी जांच होगी। इसके अलावे विभाग के माध्यम से किया गया यंत्र वितरण में नकली होने की जानकारी मिली है, इसकी भी जांच कराई जाएगी। इस जांच टीम में होंडा यंत्र के इंजीनियर को भी शामिल किया गया है।

जिला परिषद को गलत रिपोर्ट देने के मामले में सहायक भूमि संरक्षण पदाधिकारी विनय कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सुनैना कुमारी ने कहा कि भूमि संरक्षण विभाग की कार्यप्रणाली ठीक नहीं है। विभाग की ज्यादातर योजनाओं में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है, जो सुखद संदेश नहीं है। जिला परिषद की बैठक की सूचना के बावजूद लोहरदगा में रहते हुए भी बैठक में डीडीसी आर रानिटा के शामिल नहीं होने पर नाराजगी जताई गई। प्रतिनिधियों ने कहा कि डीडीसी जिला परिषद बोर्ड को महत्व नहीं देती हैं। ज्रेडा से सोलर लाइट को लेकर फाइल डीडीसी के पास काफी लंबे समय से अटका पड़ा है। कोई जानकारी भी नहीं दी जाती है। बैठक में कहा गया कि शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर नई गाइडलाइन प्राप्त हुई है। जबकि इसी के अनुसार अब स्थानांतरण होगा। डीईओ को छात्रवृति और साइकिल वितरण योजनाओं को शत-प्रतिशत रूप से विद्यार्थियों को लाभान्वित करने को कहा गया। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की योजना के तहत पंचायतों में लगे सोलर आधारित जलापूर्ति योजना और कुडू में जलापूर्ति योजना की जांच कराने का निदर्कश दिया गया। बैठक में कुडू बाजार की बंदोबस्ती करने का निर्णय लिया गया। पशुपालन विभाग को फटकार लगाते हुए कहा गया कि बकरी वितरण योजना में बीमा के बावजूद बकरी के मरने के बाद बकरी पालक को किसी प्रकार का मुआवजा नहीं देने के मामले में पहल करने को कहा गया। बैठक में कई अधिकारियों के नहीं आने पर भी नाराजगी जताई गई।

मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष जफर खान, जिला परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी कनक भानूलता एक्का, डीईओ रतन कुमार महावर, जिला परिषद सदस्य रामलखन प्रसाद, विनोद सिंह खेरवार, रानी देवी, बृजमनी कुमारी के अलावे विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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