कभी यह क्षेत्र में लाता था हरियाली, आज खुद है उपेक्षित

संवाद सूत्र सेन्हा (लोहरदगा) लोहरदगा जिले में जल संरक्षण को लेकर सरकारी तंत्र के अलावे अ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:32 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:32 PM (IST)
कभी यह क्षेत्र में लाता था हरियाली, आज खुद है उपेक्षित
कभी यह क्षेत्र में लाता था हरियाली, आज खुद है उपेक्षित

संवाद सूत्र, सेन्हा (लोहरदगा): लोहरदगा जिले में जल संरक्षण को लेकर सरकारी तंत्र के अलावे आम लोगों को उदासीनता नजर आती है। कई साल पहले बनाए गए तालाबों की दशा को देखने वाला कोई नहीं है। जिसके कारण इन तालाबों की दशा बिगड़ती ही जा रही है। कभी यह तालाब क्षेत्र में हरियाली लाने का काम करते थे, आज यह तालाब खुद उपेक्षित हैं। लोहरदगा जिले के सेन्हा प्रखंड स्थित कोयनार टोली में सेन्हा मुर्की पथ के किनारे स्थित तालाब में एक बूंद पानी नहीं है। तालाब पूरी तरह से सूख चुका है। तालाब का जीर्णोद्धार भूमि संरक्षण विकास विभाग द्वारा वर्ष 2016-17 में सात लाख रुपये की लागत से कराया गया था। देखने वाली बात यह है कि तालाब के जिर्णोद्धार को लेकर जिस प्रकार से काम हुआ, वह पूरी तरह से सरकारी राशि की बर्बादी ही हुई। तालाब में पानी घूसने के लिए कोई स्थान नहीं दिया गया है। इस तालाब से दस एकड़ में लोग सालों भर खेती करते थे। जब सही मायने में यह जिदा तालाब था, परंतु मरम्मत के बाद तालाब में पानी ही नहीं रह रहा है। तालाब अप्रैल माह आते-आते सूख जा रहा है। गांव के लोग कभी इस तालाब के सहारे खेती, स्नान एवं मवेशियों को पानी पिलाने के लिए करते थे। गांव के रंथु उरांव का कहना है कि तालाब की खुदाई दो फिट और गहरी की जाती और आसपास का पानी तालाब में घुसने के लिए रास्ता बनाया जाता तो पूरी गर्मी पानी रहता। मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार चोपड़ा का कहना है कि पानी संचय आवश्यक है। इस दिशा पानी बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। सभी का दायित्व है कि पानी बचाया जाए। इस तालाब की मरम्मत किया जाएगा।

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