कम लागत से अधिक उत्पादन का नाम 'श्रीविधि'

संवाद सूत्र कैरो (लोहरदगा) लोहरदगा जिले के कैरो प्रखंड क्षेत्र के लगभग 80 प्रतिशत लोग कृषि पर आश्रित हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 08:51 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 08:51 PM (IST)
कम लागत से अधिक उत्पादन का नाम 'श्रीविधि'
कम लागत से अधिक उत्पादन का नाम 'श्रीविधि'

संवाद सूत्र, कैरो (लोहरदगा) : लोहरदगा जिले के कैरो प्रखंड क्षेत्र के लगभग 80 प्रतिशत लोग कृषि पर आश्रित हैं। क्षेत्र के किसान अब धीरे-धीरे आधुनिक कृषि की ओर अपना रुख कर रहे हैं। किसान अब कम समय व कम पूंजी में अधिक पैदावार करना चाहते हैं। इस बार कैरो प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों के 721 किसानों द्वारा श्रीविधि से धान की खेती की गई है। पहले की अपेक्षा कृषि पद्धति में काफी सुधार आया है। खेत की जुताई करने, घास निकालने, धान कटाई, मिसाई आदि कार्यों में आधुनिक उपकरणों का उपयोग में ला रहे हैं। इससे पहले श्रीविधि के साथ आधुनिक तरीके से कृषि कार्य करने के लिए कृषि सह आत्मा विभाग व एलजीएसएस द्वारा किसानों को प्रेरित किया गया था। जिसके बाद प्रखंड क्षेत्र के किसान प्रेरित होकर आधुनिक कृषि को अपना रहे हैं। आधुनिक तरीके से कृषि कार्य करने से किसानों को कई प्रकार के लाभ हैं। इससे कम समय, कम पानी, कम पूंजी के साथ-साथ कम समय में दोगुना पैदावार होता है। कैरो, गुड़ी, नगड़ा, उतका, एड़ादोन, खंडा, गजनी, उल्टी, गितिलगढ़ आदि गांवों के सैकड़ों किसानों द्वारा इस वर्ष धान के खेती श्रीविधि से की गई है। किसानों का मानना है कि अगर इस विधि से बेहतर उत्पादन होगा तो अगले बार से अन्य किसानों को भी प्रेरित किया जाएगा।

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आधुनिक तरीके से कृषि कार्य करने के लिए विभाग द्वारा नियमित रूप से किसानों को जागरूक किया जाता है। अगर कैरो प्रखंड क्षेत्र के किसान आधुनिक तरीके के साथ-साथ श्रीविधि से कृषि कार्य कर रहे हैं तो अच्छी बात है। दूसरे किसानों को भी आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

सुनील चंद्र कुंवर, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी कैरो

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