शहीदों की कुर्बानी नहीं जाएगी बेकार : राजेश
लोहरदगा में शहादत दिवस का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर सोमवार को सीआरपीएफ 158 बटालियन द्वारा कंपनी मुख्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी राजेश चौहान ने कहा कि शहीदों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी। हमें शहीद के सपनों को पूरा करना है। शहीद हमारे लिए हमेशा प्रेरणा बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि 1949 और इसके बाद लेह-लद्दाख और इसके सीमांत, जांच चैकियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ को सौंपी गई थी। साथ हीं अक्साई चीन के निकट भारत-तिब्बत सीमा पर सुरक्षा का अत्यंत जोखिम भरा काम भी सौंपा गया था, जहां 21 अक्टूबर 1959 के दिन सीआरपीएफ की एक छोटी सी गश्ती पार्टी तिब्बत सीमा के समानांतर गश्त के लिए बाहर निकली थी। हाट स्प्रिंग नामक स्थान पर चीनी सैनिकों ने स्वचालित हथियारों से सैनिकों के इस छोटे से लेकिन बहादुर दल पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी थी। उस समय बहुत ही बहादुरी का परिचय दिया गया और दुश्मनों का डंटकर सामना किया गया। मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए इस बल के दस जवानों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। कार्यक्रम में शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। पुलिस स्मरण दिवस के अवसर पर सीआरपीएफ 158 बटालियन के 25 कर्मिकों द्वारा रांची के अस्पताल में रक्तदान किया गया। इस अवसर पर सीआरपीएफ 158 बटालियन के एवी फिलिप, डिप्टी कमांडेंट अमरेंद्र तिवारी, चन्द्रशेखर पटेल समेत सीआरपीएफ के कई अधिकारी और जवान मौजूद थे।