कृषकों को व्यवसायिक बनने की जरूरत : दिलीप कुमार टोप्पो
जागरण संवाददाता लोहरदगा कृषि के क्षेत्र में बहुत सी चुनौतियां हैं। किसानों को अब व्यवसायि
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : कृषि के क्षेत्र में बहुत सी चुनौतियां हैं। किसानों को अब व्यवसायिक कृषि करने की आवश्यकता है। परंपरागत कृषि से सिर्फ जीवन-यापन किया जा सकता है। अपनी आय बढ़ाने के लिए किसानों को कृषि के साथ-साथ वैसी फसलों का चयन करना चाहिए, जिनसे अच्छी कीमत मिल सके। धान के साथ-साथ किसानों को अरहर व सब्जियों की भी खेती करनी होगी। हरित क्रांति के दौर में अब किसानों के पास ऐसे संयत्र हैं, जिनसे कम समय में बड़े आकार की भी जमीन पर कृषि कार्य किया जा सकता है। फसल के साथ-साथ किसानों को मछली पालन, गौ पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, सूकर पालन, बत्तख पालन से जुड़कर अपनी आय बढ़ानी चाहिए। उपरोक्त बातें डीसी दिलीप कुमार टोप्पो ने कही। डीसी शनिवार को नगर भवन में आयोजित एक दिवसीय खरीफ कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि किसानों को व्यवसायिक बनने के लिए कृषि ऋण जरूरी है। ताकि उसका इस्तेमाल किसान कृषि कार्य के लिए कर सके। जिले में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के कुल 52 हजार लाभुकों में से 36 हजार लाभुकों को केसीसी से अच्छादित किया जा चुका है। अन्य किसानों को भी केसीसी से अच्छादित करने की कार्रवाई चल रही है।
उपायुक्त ने कहा कि जिन किसानों ने बीते उपज को लैंपस में बेचा, उनमें से अब तक 95 फीसदी किसानों को 20.50 प्रति किग्रा की दर से उनके बैंक खाते में भुगतान किया जा चुका है। इस वर्ष भी हमलोगों ने किसानों को समय पर धान बीज, खाद दिया है। उपायुक्त ने कहा कि आप सभी किसान भाईयों तक सरकार के द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी पहुंचाएं। किसानों को नई योजनाओं के साथ-साथ नये कृषि यंत्रों व नए वैज्ञानिक तकनीकों की भी जानकारी दें। किसानों को अगर अपनी मिट्टी के अनुसार सही फसल का चयन करना है तो मिट्टी की जांच करानी होगी। मिट्टी की जांच कराएं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कृषक मित्र, एटीएम, बीटीएम, जनसेवक सहित अन्य मौजूद थे। कोविड-19 के टीका का दूसरा डोज अवश्य लें : एसडीओ
लोहरदगा : अनुमंडल पदाधिकारी अरविद कुमार लाल ने कहा कि जिले के सभी प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, एटीएम, बीटीएम, कृषक मित्र, जनसेवक जब किसानों के बीच जाएं तो कोविड-19 का फर्स्ट डोज ले चुके किसानों, आम लोगों को सेकेंड डोज के लिए अवश्य प्रेरित करें। जिले में फर्स्ट डोज के मुकाबले सेकेंड डोज ले चुके लाभुकों की संख्या काफी कम है, जिसे बढ़ाने के लिए लोगों को आगे आने की जरूरत है।
लैंपस में निबंधन कराएं किसान : जिला सहकारिता पदाधिकारी
लोहरदगा : जिला सहकारिता पदाधिकारी ने कहा कि सभी किसानों को लैम्प्स में निबंधन कराना चाहिए। यह किसानों के हित की रक्षा के लिए है। जिले में अभी पांच कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कराया जा रहा है, जहां किसान अपनी उत्पादित फसल जैसे आलू, टमाटर, प्याज आदि रख सकते हैं। चिरी में भी 30 मीट्रिक टन क्षमता का एक कोल्ड स्टोर बन कर तैयार है। फसल के बीमा के लिए जल्द ही राज्य सरकार की एक योजना मुख्यमंत्री फसल राहत योजना प्रारंभ होने वाली है। मत्स्य पालन से जुड़कर किसान हो सकते हैं समृद्ध : जिला मत्स्य पदाधिकारी
लोहरदगा : जिला मत्स्य पदाधिकारी कमरूजमा ने कहा कि जिले के किसान मत्स्यपालन से जुड़कर समृद्ध हो सकते हैं। तालाब निर्माण की योजना ले सकते हैं जिसमें एसटी, एससी को 80 फीसदी और सामान्य वर्ग के लाभुकों को 70 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है। इसी प्रकार पीएम मत्स्य संपदा योजना के जरिये पानी के मात्र 50 फीसदी उपयोग से मत्स्य पालन किया जा सकता है। पशुपालन की योजनाओं को अपनाएं: नैंसी
लोहरदगा : जिला पशुपालन पदाधिकारी वीरा नैंसी खलखो ने कहा कि पशुपालन की योजनाओं में किसानों के पास मुर्गी, बत्तख, सूकर, बकरी पालन की योजनाओं का बेहतर विकल्प है। किसान इसे पाल कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। किसी भी प्रखंड में प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी से मिलकर पशुपालन योजनाओं की जानकारी ली जा सकती है।