आक्सीजन है वरदान : पौधा लगाकर सुरक्षित पर्यावरण का ले रहे संकल्प

जागरण संवाददाता लोहरदगा दैनिक जागरण के महाअभियान ऑक्सीजन है वरदान के साथ समाज का ह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 09:23 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 09:23 PM (IST)
आक्सीजन है वरदान : पौधा लगाकर सुरक्षित पर्यावरण का ले रहे संकल्प
आक्सीजन है वरदान : पौधा लगाकर सुरक्षित पर्यावरण का ले रहे संकल्प

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : दैनिक जागरण के महाअभियान ऑक्सीजन है वरदान के साथ समाज का हर वर्ग हरेक दिन जुड़ता जा रहा है। आम आदमी के साथ-साथ प्रशासनिक तंत्र और ब्रह्मचारी भी पौधारोपण अभियान से जुड़कर पर्यावरण की रक्षा का संकल्प ले रहे हैं। पौधारोपण अभियान के माध्यम से पर्यावरण की शुद्धता बनाए रखने के लिए सभी स्तर से प्रयास भी किया जा रहा है। दैनिक जागरण के आक्सीजन है वरदार अभियान से जुड़कर लोहरदगा की कार्यपालय दंडाधिकारी सह प्रभारी जिला योजना पदाधिकारी पियूषा शालिनी डोना मिज हैं सदर प्रखंड परिसर में पौधारोपण कर अभियान को गति दीं हैं। इनके साथ कार्यपालक दंडाधिकारी अमित बेसरा, मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा के परिवारिक सदस्यों के अलावे गुरुकुल शांति आश्रम के ब्रह्मचारियों, व्यवसायिक संगठन के जितेंद्र सिंह, स्कूली विद्यार्थी मन सिंह सहित अन्य लोगों ने भी पौधारोपण कर पर्यावरण को शुद्ध बनाए रखने का संकल्प के साथ आगे बढ़ने की बात कही है। पौधारोपण अभियान के दौरान विशेषकर ऐसे क्षेत्रों को चयनित किया जा रहा है, जहां पर जमीन खाली पड़ी है और सिचाई की सुविधा उपलब्ध है। कई लोग अपने खाली पड़े आवासीय परिसर में भी पौधारोपण करने का काम कर रहे हैं। वन विभाग के माध्यम से भी कई लोगों को पौधा उपलब्ध कराया गया है। पौधारोपण अभियान के दौरान कारवां धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। आगामी 22 जून को आजसू पार्टी के कार्यक्रम के दौरान भी सात सौ पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पूर्व विधायक कमल किशोर भगत ने कहा है कि पौधारोपण हम सभी का उद्देश्य है। आजसू पार्टी पौधारोपण अभियान के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नई दिशा देनी चाहती है। लोहरदगा जिले के शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें आम और खास लोगों की सहभागिता स्पष्ट रुप से दिखाई दे रही है। कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी ने लोगों को अहसास करा दिया कि पेड़-पौधों की कमी की वजह से किस प्रकार की समस्या झेलनी पड़ी है। पौधारोपण अभियान के साथ लोग धीरे-धीरे कर जुड़ते चले जा रहे हैं।

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