गर्भवती के प्रसव से पूर्व एएनसी जांच पूरी करें : उपायुक्त

लोहरदगा में उपायुक्त ने की समीक्षा बैठक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 09:18 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 09:18 PM (IST)
गर्भवती के प्रसव से पूर्व एएनसी जांच पूरी करें : उपायुक्त
गर्भवती के प्रसव से पूर्व एएनसी जांच पूरी करें : उपायुक्त

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय स्थित सभा कक्ष में डीसी आकांक्षा रंजन की अध्यक्षता में हुई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 तक जिले भर में किए गए प्रथम प्रसव पूर्व जांच (फ‌र्स्ट एएनसी) एवं उसमें छूटे हुए लक्ष्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया। इसके अलावा प्रथम तिमाही में प्रसव पूर्व जांच के बिदु पर उपायुक्त ने सभी एएनएम की पहुंच बढ़ाने, लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे एएनएम को चिन्हित करने व उनपर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि प्रसव से पहले सभी चारों एएनसी जांच का कार्य पूरा किया जाना चाहिए। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में ग्रामीण स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस मनाया जाए। गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के फायदे बताते हुए संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करें। सभी स्वास्थ्य केंद्र को क्रियाशील बनाएं और चारों एएनसी के लिए एएनएम सेंसिटाइज करें। उपायुक्त ने कहा कि अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंग होम में छापामारी करें। कोरोना, फ्लू जैसे संक्रमण रोग से बचाव के लिए साफ-सफाई से संबंधित एवं जन जागरूकता एडवाइजरी जारी करें। उपायुक्त ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्र को इस तरह विकसित करें कि इलाज के लिए ग्रामीण मरीज वहां पहुंच सकें। इसके लिए सुरक्षा उपलब्ध कराएं, ताकि रात के समय में भी उप स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम रहकर मरीजों की चिकित्सा सुविधा दे सके। एएनएम घरों का भ्रमण भी करें। प्रसूता को मातृवंदना योजना का लाभ अवश्य दें।

उपायुक्त ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्रों में 24 चैबीसों घंटे एएनएम की मौजूदगी हो ताकि मरीज रात में भी वहां जाकर इलाज करा सकें। उपायुक्त ने सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों में चैबीसों घंटे चिकित्सा सुविधा देने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि प्रसव के बाद प्रसूता व उसके पति का काउंसेलिग करें ताकि वे पहले और दूसरे बच्चे के अंतर के समय की महत्ता को समझ सकें। काउंसलिग में बेहतर परिवार नियोजन के संबंध में उन्हें जानकारी दें। डीसी आकांक्षा रंजन ने कहा कि जो बच्चे कुपोषित हैं उसके लिए विशेष कैंप लगाएं। माता-पिता को कुपोषण उपचार केंद्र का फायदा बताएं। उपायुक्त ने भंडरा, किस्को व कुडू प्रखंड के कुपोषण उपचार केंद्र की समीक्षा करते हुए कहा कि बच्चों को उचित पोषण दें। उपायुक्त ने सरकारी व निजी अस्पतालों में टीबी के मरीजों की पहचान व उसके इलाज की समीक्षा करते हुए कहा कि भट्ठों में काम करने वाले मजदूरों में टीबी की पहचान के लिए विशेष कैंप लगाएं। साथ ही उनके परिवार में बच्चों के टीकाकरण का कार्य पूर्ण करें। प्रत्येक सप्ताह वहां एमपीडब्ल्यू व सेविका को भेजें। कुष्ठ रोगियों की पहचान के लिए उपायुक्त ने गांवों में शिविर लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को कुष्ठ की पहचान करने, ईलाज करने तथा कुष्ठ के फैलने के तरीकों से बचाओ से अवगत कराने की बात कही। बैठक में सिविल सर्जन डा. विजय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की, सभी सीडीपीओ, डीपीएम, एलएस समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मी व अन्य मौजूद थे। आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को बेहतर पोषण देने पर बल

समाज कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त आकांक्षा रंजन ने कहा कि जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों का सीडीपीओ सतत निरीक्षण विभाग को अद्यतन रिपोर्ट समर्पित करें। आंगनबाड़ी को नियमित संचालन करते हुए सु²ढ़ बनाएं।उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी में पढ़ने के लिए आने वाले बच्चों को संबंधित सेविका विद्यालय पूर्व शिक्षा में गुणवत्ता लाएं। आंगनबाड़ी केंद्र की साफ-सफाई पर ध्यान दें।

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