सपनों को कैसे मिले उड़ान जब नहीं है खेल मैदान

बात स्पष्ट है जब परिणाम चाहिए तो संसाधन तो देना ही होगा। यहां सपनों को उड़ान भला कैसे मिले जब खिलाड़ियों के लिए खेल का मैदान तक नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 10:10 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 10:10 PM (IST)
सपनों को कैसे मिले उड़ान जब नहीं है खेल मैदान
सपनों को कैसे मिले उड़ान जब नहीं है खेल मैदान

कैरो (लोहरदगा) : बात स्पष्ट है जब परिणाम चाहिए तो संसाधन तो देना ही होगा। यहां सपनों को उड़ान भला कैसे मिले, जब खिलाड़ियों के लिए खेल का मैदान तक नहीं है। कैरो प्रखंड में विगत 20 साल में भी एक स्टेडियम का निर्माण नहीं हो पाया है। प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है। सरकार भले ही खेल को बढ़ावा देने की बात कहती हो पर खिलाड़ियों को मैदान ही नहीं मिलेगा तो खेल का भला विकास कैसे होगा। कैरो प्रखंड क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम निर्माण महज सपना बनकर रह गया है। क्षेत्र के लोग स्टेडियम निर्माण का सपना विगत 20 वर्षों से देख रहे हैं, परंतु आज तक सांसद-विधायक द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जिसके कारण स्थानीय खिलाड़ियों की प्रतिभा कुंठित हो रही है। प्रखंड क्षेत्र के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित नहीं कर पा रहे हैं। खेल मैदान नहीं होने होने के कारण प्रखंड में कोई बड़ा खेल का आयोजन भी नहीं हो पाता है। विगत कई वर्षों से स्थानीय ग्रामीणों को जनप्रतिनिधियों व प्रशासन द्वारा कैरो में मिनी स्टेडियम बनाने का सिर्फ आश्वासन मिल रहा है, परंतु धरातल पर योजना अभी तक नहीं उतर पाई है। विगत वर्ष जिला प्रशासन द्वारा मिनी स्टेडियम निर्माण के लिए कैरो व नरौली में स्थल का जायजा लिया गया था, परंतु आज तक योजना प्रारंभ नहीं हुई है। क्षेत्र की जनता को काफी उम्मीद थी कि स्टेडियम निर्माण होगा। जिससे क्षेत्र के खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। यह उम्मीद अब पूरी तरह टूटती नजर आ रही है। बेहतर मैदान के अभाव में क्षेत्र के प्रतिभावान बच्चे अपनी प्रतिभा को दिखाने में विफल साबित हो रहे हैं। क्या कहते हैं क्षेत्र के खिलाड़ी

: प्रखंड क्षेत्र में एक भी स्टेडियम नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौका नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण खिलाड़ियों को खेल का प्रदर्शन व अभ्यास करने की उचित जगह नहीं मिलता है। फुटबॉल खिलाड़ी राजू उरांव का कहना है कि कैरो प्रखंड में स्टेडियम नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को काफी परेशानी होती है। अगर एक स्टेडियम का निर्माण हो जाए तो खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। खिलाड़ी आशीर्वाद भगत व आशीष भगत का कहना है कि स्टेडियम निर्माण में सांसद-विधायक को ध्यान देने की जरूरत है। अगर वे प्रयास करेंगे तो स्टेडियम का निर्माण हो जाएगा। जिससे खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। क्या कहते हैं पदाधिकारी :

मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि प्रखंड में स्टेडियम निर्माण के लिए योजना की स्वीकृति हो चुकी है। अंचल प्रशासन द्वारा जमीन उपलब्ध कराने के बाद आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

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