मना जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी, खुशी का इजहार

जागरण संवाददाता लोहरदगा इस्लामी माह रबीउल अव्वल शरीफ की 12 तारीख यानि मंगलवार को लोहरदगा में ईद मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 08:31 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:31 PM (IST)
मना जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी, खुशी का इजहार
मना जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी, खुशी का इजहार

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : इस्लामी माह रबीउल अव्वल शरीफ की 12 तारीख यानि मंगलवार को लोहरदगा में उत्साह व उमंग के साथ पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ल के यौम-ए-पैदाइश का जन्मदिन धूमधाम से मना। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन और प्रशासन के आदेश के अनुरूप इस वर्ष इस पवित्र मौके पर लोहरदगा शहरी क्षेत्र जुलूस-ए-मोहम्मदी नहीं निकाल गया। अंजुमन इस्लामिया के तत्वावधान में ईद मिलादुन्नबी पर परचम कुशाई का कार्यक्रम अफसर कुरैशी की देखरेख में संपन्न हुआ। ईद-मिलादुन्नबी को लेकर मस्जिदों और दरगाह को पूरी तरह से सजाया गया था, जहां पर हजरत मोहम्मद की जीवन पर प्रकाश डालते हुए कुरआन और हदीस से जुड़े पैगाम दिया गया। ईद-मिलादुन्नबी के मौके पर गली मुहल्लों में जुलूस निकाला गया। जिसमें काफी संख्या में युवा, छोटे-छोटे बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल हुए और अकीदमंद रसूल की आमद मरहबा, सरकार की आमद मरहबा, रसूल-ए-खुदा की शान अल्लाह-अल्लाह आदि के नारे बुलंद करते हुए आगे बढ़ते गए। समाज के लोगों ईद-मिलादुन्नबी का जश्न अपने-अपने घर और मुहल्ले में मनाया। सभी मुहल्ला में वहां के स्थानीय लोगों द्वारा शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए जश्न-ए-ईद मिलादुल नबी मनाया गया। जिसमें प्रमुख रूप से समाज के लोग शामिल हुए। सभी लोगों ने अल्लाह से सभी के लिए दुआ मांगी। जिसके बाद जामा मस्जिद के समीप मस्जिद कमेटी की ओर से अंजुमन इस्लामिया के पदाधिकारियों, पूर्व पदाधिकारियों, मस्जिद के इमाम, बाबा दुखन शाह मदरसा के नाजिम, समाजसेवियों की पगड़ी पोशी की गई। सलातो सलाम के बाद जामा मस्जिद के इमाम शमीम रिजवी ने सामूहिक रूप से दुआ का एहतमाम किया। जिसमें देश में अमन शांति, लोहरदगा जिला में सभी लोगों की तरक्की, देश को बुरी ताकतों से बचाने की दुआ मांगी गई। मौके पर अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष हाजी अफसर कुरैशी ने कहा कि इस्लाम पूरे विश्व को नफरत दूर करने व अमन-चैन कायम करने का पैगाम देता है। इस्लाम किसी को तकलीफ नहीं देने का संदेश देता है। इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैही वसल्लम ने दुनियां की सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक बुराईयों को दूर किया और महिलाओं को सम्मान दिलाया। हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैही वसल्लम ने इस्लाम मजहब के माध्यम से विश्व को शांति, भाईचारगी व वतन से मुहब्बत का पैगाम दिया है। अल्लाह व उसके रसूल पर बताए रास्ते पर चलकर ही दुनियां में अमन की फिजां कायम की जा सकती है। मौके पर हाजी अब्दुल जब्बार, नेहाल कुरैशी, अंजुमन इस्लामिया के सचिव सफदर आलम, मोहम्मद जमील अंसारी, हाजी सैयद नसीम अख्तर, सऊद आलम, खालिद शाह, सज्जाद खान, फिरोज राही, रउफ अंसारी, हाफिज सफीक, हाजी शाहिद, नईम खान, सैयद शाहनवाज आदि मौजूद थे।

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