पलायन की समस्या को स्वरोजगार से हल किया जा सकता है : पीडीजे
जागरण संवाददाता लोहरदगा डालसा के तत्वावधान में रविवार को सदर प्रखंड स्थित नगर भवन में वि
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : डालसा के तत्वावधान में रविवार को सदर प्रखंड स्थित नगर भवन में विधिक सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया गया। इसके अलावे लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण हुआ। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत पौधा देकर किया गया। दीप प्रज्वलन व स्वागत गान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। विधिक सशक्तिकरण शिविर उद्घाटन के मौके मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र बहादुर पाल ने कहा कि विधिक सशक्तिकरण शिविर का उद्देश्य सरकार की योजनाओं को लक्ष्य तक पहुंचना है। योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचे। पलायन की समस्या है, जिसे स्वरोजगार से हल किया जा सकता है। स्वरोजगार से अपना ही नहीं, बल्कि अन्य लोगों का जीवन स्तर में सुधार हो सकता है। योजनाएं लाभ के लिए हैं, उसका उपयोग और संरक्षण ढंग से करें। अपना समझकर, सरकारी समझकर नहीं। डायन कुप्रथा अंधविश्वास की शिकार महिलाएं होती हैं व उनके परिवार होते हैं। लोगों को मार दिया जाता है। बीमारी होने पर भी डायन बिसाही का आरोप दूसरे पर लगाकर जान मार देते हैं, जो गैर कानूनी है। आए दिन नाबालिगों के यौन शोषण के मामले आते हैं। ऐसे में नाबालिगों के परिवार को चाहिए कि वे अपनी समस्याओं को प्रशासन के समक्ष रखें, ताकि न्याय मिल सके। उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने कहा कि आज अवकाश के दिन भी लोगों के सशक्तिकरण के उद्देश्य को पूरा करने के लिए हम यहां एकजुट हुए हैं। सरकार की योजनाओं का मकसद लोगों के विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है। हमारा देश प्रजातांत्रिक देश है। आज भी समाज में अंधविश्वास की समस्या है। पलायन की समस्या है, जो बड़ी समस्या है। रोजगार के अभाव में या बिचौलियों के चंगुल में फंसकर लोग पलायन कर जाते हैं। कार्यक्रम में एसपी प्रियंका मीणा ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिये लोगों तक सरकार के योजनाओं की जानकारी पहुंचती है। सरकार का उद्देश्य आमजनों तक योजनाओं को पहुंचा कर उदेश्य को धरातल तक पहुंचाना है। कार्यक्रम में जिला जनसंपर्क कार्यालय के सूचीबद्ध कला दल प्रज्ज्वलित विहार की ओर से कलाकारों ने अंधविश्वास के विषय पर नुक्कड़-नाटक के जरिये लोगों को जागरूक किया। लोगों के समक्ष डायन कुप्रथा से होने वाले नुकसान व अन्य बिदुओं पर जानकारी दी। कुडुख कला केंद्र के कला दल ने पलायन की समस्या और उसके समाधान को नुक्कड़ नाटक में दिखाया गया। कार्यक्रम में लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का भी वितरण हुआ।