सदर अस्पताल में युवक की मौत के बाद हंगामा

जागरण संवाददाता लोहरदगा लोहरदगा शहरी क्षेत्र के महादेव टोली के रहने वाले एक युवक की मौत हो गई। इससे आक्रोशित स्वजनों ने इलाज में लापरवाही बताकर अस्पताल में हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:36 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:36 PM (IST)
सदर अस्पताल में युवक की मौत के बाद हंगामा
सदर अस्पताल में युवक की मौत के बाद हंगामा

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : लोहरदगा शहरी क्षेत्र के महादेव टोली के रहने वाले एक युवक की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार की रात लगभग 12:30 बजे मौत हो गई। इसके बाद स्वजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। स्वजनों द्वारा चिकित्सा कर्मियों के साथ दु‌र्व्यवहार भी किया गया है। मामले की सूचना सदर थाना पुलिस को दी गई। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्वजनों को समझाया। तब जाकर मामला शांत हुआ।

बताया जा रहा है कि शहरी क्षेत्र के महादेव टोली के रहने वाले चंदन महतो (35 वर्ष) को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सदर अस्पताल में डॉक्टर बीके पांडे की निगरानी में चंदन का इलाज चल रहा था। इसी दौरान सोमवार की रात चंदन की हालत खराब हो गई। डॉक्टर बीके पांडे का कहना है कि जांच रिपोर्ट में चंदन में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी। फिर भी सारे लक्षण कोरोना संक्रमण के थे। ऐसे में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत चंदन का इलाज किया जा रहा था। चंदन का ऑक्सीजन लेवल काफी कम था। स्वजन पहले ही चंदन को अस्पताल पहुंचाने में देर कर चुके थे।

इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग और उनके द्वारा चिकित्सा में किसी प्रकार की कमी नहीं की गई। इसी बीच देर रात चंदन की मौत हो गई। स्वजन चंदन के शव को सामान्य रूप से घर ले जाना चाहते थे। साथ ही इलाज में लापरवाही का भी आरोप लगा रहे थे। जबकि कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत शव ऐसे भेजना संभव नहीं था। उन्होंने स्वजनों को समझाया, परंतु स्वजन अपनी बात पर अड़े हुए थे। स्वजनों को बताया गया कि यदि शव को ऐसे घर ले गए तो दूसरे लोगों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसी बात को लेकर हंगामा हुआ था। स्वजनों द्वारा चिकित्सा कर्मियों के साथ दु‌र्व्यवहार भी किया गया। तब जाकर मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। स्वजनों को भी समझाया गया। हालांकि इस मामले में एसडीओ अरविद कुमार लाल और सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार का कहना है कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। वह मामले के बारे में पता लगाएंगे।

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