24 घंटे बाद भी नहीं पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन, इंतजार करते रहे अधिकारी
लोहरदगा में नहीं पहुंची ट्रेन
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : श्रमिक ट्रेन लोहरदगा में बुधवार देर रात तक नहीं पहुंची थी। अधिकारी देर रात तक इंतजार करते रहे। यही नहीं श्रमिकों के लिए सुबह के लिए बनाए गए भोजन पैकेट को आसपास के लोगों और जरूरतमंदों के बीच वितरण किया गया। श्रमिक ट्रेन के देर से पहुंचने के मामले में कहा गया कि तकनीकी कारणों से ट्रेन के आने देर हुई।
कोविड-19 को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे लोहरदगा के 325 और गुमला जिले के 442 प्रवासियों को लेकर 27 मई को पहली बार श्रमिक यात्री ट्रेन को बुधवार को लोहरदगा रेलवे स्टेशन में पूर्वाह्न 4 बजे पहुंचना था। अगरतला से श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन को सुबह 4.00 बजे लोहरदगा आने का समय निर्धारित था, पर ट्रेन देर रात तक नहीं पहुंची थी। इस ट्रेन में लोहरदगा-गुमला जिले के 767 मजदूर को आना था। लोहरदगा स्टेशन में उतरने के बाद शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सभी श्रमिकों का स्क्रीनिंग जांच की तैयारी जिला प्रशासन की ओर से की गई। ट्रेन से लोहरदगा रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले सभी श्रमिकों के लिए नास्ता और पेयजल की भी व्यवस्था की गई थी। साथ हीं चिकित्सीय टीम द्वारा स्क्रीनिग के बाद सभी को सुरक्षित वाहन से गंतव्य तक भेजने के लिए यात्री वाहनों को लोहरदगा रेलवे स्टेशन और समाहरणालय मैदान में लगाया गया था। श्रमिकों के आगमन को लेकर रेलवे स्टेशन में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था। साथ ही रेलवे स्टेशन के आवश्यक स्थलों की घेराबंदी भी की गई थी।