पानी की समस्या से जूझ रहे आरा, जावाखाड़, बेलटाड़, करंजुआ के ग्रामीण

संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) रांची और लोहरदगा के सीमाने से सटे चंदवा प्रखंड के सुदूरवर्ती

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 08:17 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 08:17 PM (IST)
पानी की समस्या से जूझ रहे आरा, जावाखाड़, बेलटाड़, करंजुआ के ग्रामीण
पानी की समस्या से जूझ रहे आरा, जावाखाड़, बेलटाड़, करंजुआ के ग्रामीण

संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार) : रांची और लोहरदगा के सीमाने से सटे चंदवा प्रखंड के सुदूरवर्ती पंचायत पंचायत बरवाटोली के जवाखाड़ और बेलटाड़ तथा लाधुप पंचायत के आरा, कंरजुआ और उबका के ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार आरा, उबका और करंजुआ मे 70 घरों में अनुसूचित जनजाति और 20 घरों में अनुसूचित जाति के परिवार निवास करते हैं। इन गांवों में चापानल लगाकर पानी की समस्या से निजात दिलाया जा सकता है। ग्रामीणों की निगाहें लातेहार विधायक वैद्यनाथ राम, उपायुक्त अबू इमरान, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और बीडीओ गणेश रजक पर टिकी हैं।

हाल लाधुप पंचायत के आरा का

तीन साल से खराब है आरा गांव में लगा जलमीनार: लाधुप पंचायत के आरा गांव के ग्रामीण सरस्वती देवी, आसो देवी, रंजु देवी, रूदन कुमारी, सिमला कुमारी, सुनीता कुमारी, बिमला कुमारी, शीला कुमारी, फुलो देवी, ललिता देवी, बालेश्वर उरांव, उमेश मुंडा समेत अन्य ग्रामीणों की मानें तो पानी की समस्या के समाधान के लिए वर्ष 2017 में जलमीनार लगाया गया था। कुछ महीने के बाद इसका मोटर खराब हो गया उसके बाद से कभी भी इसमें से पानी नहीं निकला। जलमीनार के समीप एक चापानल है लेकिन पड़ रही गर्मी के कारण भूमिगत जलस्तर के और नीचे चले जाने के कारण थोड़ा पानी निकलने के बाद यह पानी देना बंद कर देता है। गांव में एक कुआं है लेकिन बस्ती से दूर है। गांव में लगा दूसरा चापानल पांच वर्ष से अधिक समय से खराब पड़ा है। इसके कारण आठ-दस घर के परिवार दूर सरना स्थल के समीप खेत में बने डाड़ी का दूषित पानी पीने को मजबूर होते हैं। करंजुआ का भी यही हाल है। यहां के ग्रामीणों का गांव के किनारे बने डाड़ी का पानी पीना विवशता है।

हाल बरवाटोली पंचायत के जावाखाड़, बेलटांड़ का: प्रखंड के सुदूरवर्ती बरवाटोली पंचायत के जवाखाड़ के ग्रामीण भी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीण जार्ज आइंद, उमलेन सुरीन, दानियल मुंडा, रेजन बागे, जोसेफ आइंद, रोयन सुरीन, मार्टिन आइंद, मास्कलन सुरीन, धर्मकदास सुरीन, सालीन सुरीन, वरदान सुरीन, नेलन सुरीन आदि ग्रामीणों के अनुसार जावाखाड़ में एक भी चापानल नहीं है। वर्षाें पुराना एक कुआं है। कुआं के पानी में कीड़ा होने के कारण उसका पानी सेवन लायक नहीं है। बेलटांड़ मे चापानल नहीं रहने के कारण ग्रामीणं नदी में बने चुआंड़ी के दूषित पानी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं।

माकपा ने किया गांव का दौरा, पानी की समस्या के समाधान की मांग: झारखंड राज्य किसान सभा जिलाध्यक्ष सह माकपा नेता अयूब खान ने प्रखंड के सुदूरवर्ती पंचायत लाधुप के आरा, करंजुवा, उबका और बरवाटोली पंचायत का दौरा किया। ग्रामीणों की पेयजल की समस्या से रू-ब-रू होने के बाद लातेहार विधायक वैद्यनाथ राम, उपायुक्त अबू इमरान, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और बीडीओ गणेश रजक से इन पंचायतों में पानी समस्या दूर कराने के लिए सार्थक पहल करने की मांग की है।

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