शिक्षक के जज्बा से रविशंकर बन गए सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट

हमारे गुरु ने इंटर की परीक्षा से पूर्व हमें तीन बातें सिखाई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 07:08 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 06:17 AM (IST)
शिक्षक के जज्बा से रविशंकर बन गए सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट
शिक्षक के जज्बा से रविशंकर बन गए सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट

उत्कर्ष पाण्डेय, लातेहार : हमारे गुरु ने इंटर की परीक्षा से पूर्व हमें तीन बातें सिखाई। ईमानदारी, इंसानियत और अनुशासन। इन तीनों बातों को लेकर अब तक के सफर में काम किया। लोगों का विश्वास जीता और आगे बढ़ते गया। उक्त बातें लातेहार जिले में पदस्थापित सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट रविशंकर सिंह ने कही। गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर दैनिक जागरण से खास बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जो अपने गुरु से शिक्षा, संस्कार और अनुशासन सीखा वह हमारे बहुत काम आ रहा है। यही चीजें सीआरपीएफ जवानों के अलावा अपने बच्चों को भी प्रदान कर रहा हूं।

शिक्षक के बताए मार्ग पर चला तो मिलने लगी कामयाबी :

रविशंकर ने कहा कि मेरी पृष्ठभूमि गांव की रही है। मैं अपने आनंदा कॉलेज के इतिहास शिक्षक वंशीधर रुखइयार को फॉलो करता था। जो भी वह कहते थे उसी को मैं व्यवहार में लाता। शिक्षक ने मेरे पिताजी को कहा कि यह पढ़ाई में बहुत अच्छा है। मुझे वह हमेशा प्रोत्साहित करते थे। उन्होंने ही मेरे पिता को प्रेरित किया मुझे प्रतियोगी परीक्षा में भेजने के लिए। परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने ही गाइड किया, वह मेरे जीवन का नया मोड़ था। उन्हीं शिक्षक की प्रेरणा से मैं सीआरपीएफ में सहायक कमांडेंट के तौर पर देश सेवा के लिए चुन लिया गया।

अपने शिक्षक के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पढ़ाई के दौरान हमारे शिक्षक को पता लग जाता था कि स्टूडेंट की कमजोरी क्या है, फिर वह उसी डायरेक्शन में गाइड करते थे। वह तब तक स्टूडेंट को नहीं छोड़ते जब तक वह सीख न लें। उनके स्टूडेंट के प्रति प्रयास जनरेशन व सोसायटी को चेंज करता है। बच्चे में प्रतियोगिता के लिए क्या कमी है यह मालूम करके उसे गाइड करके सोसायटी के लिए काम कर रहे हैं वह अनमोल हैं। उनसे संपर्क आज भी है, समय- समय पर बराबर बातचीत करके उनसे मार्गदर्शन लेता रहता हूं। प्रोफाइल :

नाम : रविशंकर सिंह।

पद : सहायक कमांडेंट 133 ई बटालियन सीआरपीएफ।

शैक्षणिक योग्यता : एलएलबी बीएचयू उ.प्र।

शिक्षक का नाम जिनसे मिली प्रेरणा : वंशीधर रूखईयार।

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