चंदवा में वनाधिकार पर कार्यशाला का आयोजन
संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन और बिरसा एफआरसीडी की के संयुक्त
संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार): झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन और बिरसा एफआरसीडी की के संयुक्त तत्वाधान में चंदवा स्थित मयूर होटल में प्रखंड स्तरीय वनाधिकार कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामवचन देव गंझू और संचालन फूलचंद गंझू तथा सुधीर मुंडा ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर मौजूद जंगल बचाओ आंदोलन के समन्वयक जेवियर कुजूर ने प्रशिक्षण में उपस्थित प्रतिभागियों को ग्राम सभा सशक्तिकरण के उद्देश्य से वनाधिकार कानून 2006 के प्रावधानों की जानकारी दी। बताया कि 13 दिसंबर 2005 के पूर्व की वनभूमि के दखलकारों को व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टा के अलावा ग्राम सभा को सामुदायिक वन अधिकार पट्टा वन संसाधनों एवं वन उपज का समुचित उपयोग के साथ अपने गांव के जंगल का समय प्रबंधन जानकारी दी जाती थी। वन अधिकार कानून के तहत महुआ, बांस, केंदूपत्ता आदि वन उपज के संग्रहण एवं बिक्री, ग्राम सभा को स्वशासन के रूप में संचालित करने के लिए ग्राम सभा के कानूनी एवं संवैधानिक अधिकारों पर चर्चा करते 1992 के 73वें संविधान संशोधन पेशा 1996, जेपीआरए 2001 और सूचना अधिकार कानून 2005 के बारे में जानकारी दी गई। ग्राम सभा को संविधानिक संस्था के रूप में संचालित करने के लिए ग्राम सभा कार्यकारिणी गठित करने, ग्रामसभा में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने, इसके तहत आठ स्थाई समिति गठित करने और ग्राम सभा का रजिस्टर रखने उसमें ग्राम सभा के निर्णय और प्रस्ताव को दर्ज करने तथा ग्राम सभा एक स्वशासी निकाय के रूप संबंधी जानकारी दी गई। इस दौरान जल जंगल जमीन और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए तथा गांव के हक अधिकारों की सुरक्षा के साथ ही गांव के विकास और कल्याण को सुनिश्चित करने तथा ग्राम सभाओं के सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रखंड स्तरीय ग्रामसभा मंच का भी गठन भी किया गया। मौके पर सुधीर मुंडा, फूलचंद गंझू, बिफई भगत, सोहनलाल कुम्हार, राजु उरांव, संगीता देवी, रामधन गंझू समेत प्रखंड के विभिन्न गांव से ग्रामसभा प्रतिनिधि एवं वन अधिकार समिति के प्रतिनिधि मौजूद थे।