पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में आरओबी को लेकर मापी शुरू
संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) लातेहार जिले की हृदय स्थली चंदवा में रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) के
संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार): लातेहार जिले की हृदय स्थली चंदवा में रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) के लिए पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मापी शुरू हुई। काफी देर तक मापी करने आए और ग्रामीणों के साथ इसे लेकर वार्ता होती रही। ग्रामीण रैयतों का कहना था कि प्रशासन द्वारा आरंभ से दवाब बनाकर कार्य करने की कोशिश की जा रही है। वो विकास विरोधी नहीं है मगर विनाश की तर्ज पर विकास को कोई मतलब नहीं। दूसरी बात कि जिन रैयतों की भूमि अधिगृहित की जानी है, उन्हें संबंधित जानकारी मिलनी चाहिए थी मगर ऐसा नहीं कर सीधे रैयती भूमि की मापी कहां तक उचित है? प्रशासन व एनएच को दूसरा विकल्प तालाशना चाहिए। प्रशासन व सरकार लोगों का आवास बनाती है, उजाड़ती नहीं मगर यहां तो स्थिति प्रतिकूल है। प्रशासन ही लोगों का घर उजाड़ने पर अमादा दिख रही है जबकि मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में भी रैयतों ने यू टर्न लेते हुए क्रासिग के समीप से आरओबी निर्माण के लिए पहल की मांग की थी। रेल अपनी भूमि बचाने के लिए बार-बार इसी सर्वे पर आरओबी निर्माण के लिए दवाब बना रहा है। जून 2019 में आयोजित आमसभा में पहुंचे भू-अर्जन पदाधिकारी, अमीन अजय विश्वकर्मा, कंस्लटेनसी अभिजीत चंद्रा, एनएच के नवल किशोर, सहायक अभियंता सचितानंद सिंह, कनीय अभियंता रामकृष्ण सिंह की टीम ने स्पष्ट कहा था कि आरओबी निर्माण के लिए चार-पांच सर्वे किए जाते हैं। एक पर जनता की स्वीकृति नहीं मिलने पर अन्य सर्वें पर काम करने की पहल की जाती है लेकिन यहां तो स्थिति एकदम अलग है। उस वक्त टीम ने यह भी कहा था कि उनके यू टर्न आरओबी निर्माण की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा। बावजूद बार-बार एक ही सर्वे की भूमि की मापी व मार्किंग कर लोगों का परेशान करना कहां तक न्यायोचित है। समाचार लिखे जाने तक मापी का कार्य जारी था। मापी करने पहुंची टीम का कहना था कि प्रशासनिक निर्देश का पालन किया जा रहा है।
मापी टीम में थे शामिल: भू-अर्जन पदाधिकारी जय ज्योति सामन्ता, अंचलाधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह, अंचल निरीक्षक रमेश रविदास, राजस्व उपनिरीक्षक अनिल होरो, चार्ल्स गिद्ध, अमीन अजय कुमार विश्वकर्मा, साबिर अंसारी, महावीर राम, कानूनगो उमेश्वर यादव, सकलदेव कुमार यादव के साथ पुलिस।