हादसे को आमंत्रित कर रहा टोरी स्टेशन के समीप सूखा पेड़ गिराया गया
चंदवा (लातेहार) टोरी स्टेशन के समीप खतरे का संकेत बना सूखा सेमल का रेल प्रबंधन द्वारा क
चंदवा (लातेहार): टोरी स्टेशन के समीप खतरे का संकेत बना सूखा सेमल का रेल प्रबंधन द्वारा काट कर गिराया गया। आईओडब्ल्यू पिटू चौधरी, आरपीएफ एसआई रौशन कुमार और टीम, रेलकर्मी अवधेश के साथ वहां पहुंचे अन्य रेलकर्मियों को सूखे पेड़ को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। टोरी साइडिंग हिडाल्को प्रबंधन से सहयोग लेकर दक्ष पेलोडर चालक परमेश्वर कुशवाहा को बुलवाया गया। पेलोडर की सहायता से पेड़ को सहारा देकर उसकी निचली शाखा को कमजोर करने के लिए कुल्ल्हाड़ी से काटा गया। इसके बाद पेलोडर का सहारा लेकर पेड़ को गिराने की कोशिश की गई। पेलोडर के जोर से सूखा पेड़ रेलवे क्र्वाटर पर न गिर जाए इसके लिए एक और जेसीबी को सपोर्ट देने के लिए लाया गया। रेल प्रबंधन द्वारा पेड़ को गिराने में सफलता मिली हालांकि जेसीबी द्वारा सार्थक दिशा में बल नहीं लगाए जाने के कारण कमजोर हुआ पेड़ 11 हजार वोल्ट के तार पर गिर गया। इसके कारण टोरी स्टेशन कॉलनी में विद्युतापूर्ति बाधित हो गई। बता दें कि टोरी स्टेशन के समीप स्थित सूखे सेमल के पेड़ और उसके संभावित खतरों को लेकर दैनिक जागरण ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। मई और जून महीने में पेड़ पर हुए वज्रपात के कारण पेड़ की कई शाखाओं के गिरने और आईओडब्ल्यू के उस वक्त वहां से गुजरने के दौरान हादसा से बचने के बाद विभाग की नींद खुली। थम गई टोरी स्टेशन पर आनेजानेवालों की रफ्तार: टोरी स्टेशन के समीप सूखे सेमल के पेड़ को गिराने के दौरान टोरी रेलवे क्रासिग से टोरी जंक्शन जानेवाले पथ पर आवागमन की रफ्तार थम गई। पेड़ के गिरने के दौरान संभावित खतरे को देखते हुए दोनों ओर आरपीएफ जवान और रेलकर्मी तैनात दिखे। स्टेशन की ओर जानेवाले अथवा स्टेशन से शहर की ओर आनेवाले रास्ते पर आवागमन बंद कर दिया गया था। लगभग एक घंटे तक आवाजाही पूरी तरह ठप रही। सूखे पेड़ को गिराने और उसकी टहनियों को हटाए जाने के बाद आवागमन सामान्य हो पाया।