चंदवा में ठगी के दो आरोपित भेजे गए जेल

संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) कोरोना जांच के बाद चंदवा में ठगी के दो आरोपियों को लातेहार ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 05:47 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:15 AM (IST)
चंदवा में ठगी के दो आरोपित भेजे गए जेल
चंदवा में ठगी के दो आरोपित भेजे गए जेल

संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार): कोरोना जांच के बाद चंदवा में ठगी के दो आरोपियों को लातेहार मंडलकारा भेज दिया गया। भेजे गए आरोपियों में अम्बरीश पांडेय, स्थाई पता बादुरबगीचा, देवी मंडप और स्थाई पता मेदावल संतकबीर नगर, यूपी) और महेन्द्र उरांव (अलौदिया) शामिल हैं। पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी मदन कुमार शर्मा ने बताया कि मामला दर्ज कर प्राथमिकी के आधार पर पुलिस अग्रेतर कारवाई में जुटी थी। मामले की तफ्तीश के दौरान आरोप के सही पाए जाने के बाद पुलिस ने उन्हें उनके घर से दबोच लिया। आवश्यक कारवाई और कोरोना जांच के बाद इन्हें लातेहार मंडलकारा भेज दिया गया।

क्या था मामला: थाना क्षेत्र के लोहरसी निवासी उषा देवी (पति अजय भगत) ने जून महीने में पुलिस महानिदेशक और पुलिस अधीक्षक के नाम आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई थी। उसके अनुसार उसकी बहन बबीता कुमारी का 17 अक्टूबर 2019 को अपहरण हआ था। बहन को मुक्त कराने हेतु उसने चंदवा पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया था। इसी क्रम में उसकी मुलाकात बादुरबगीचा देवीमंडप निवासी अम्बरीश पांडेय से हुई। तब उसने कहा कि बिना पैसे का कोई प्रशासनिक कार्य नहीं होता। संबंधित विभाग द्वारा अतिशीघ्र कारवाई कराने के नाम पर अपने एक साथी महेन्द्र उरांव के साथ 45 हजार (8 नवंबर को 25 हजार और 18 नवंबर को 20 हजार) रुपये की ठगी कर ली। इसके बाद भी उसका काम नहीं हुआ। काम कराने के लिए उससे और पैसों की मांग की जाने लगी। उनकी मनसा समझ उनलोगों ने और पैसे देने से मना कर दिया। तब ठगों द्वारा उनहें समझाया गया था कि डीजीपी के यहां भी बिना मुद्रा के कार्य नहीं होता। तब आरोपियों ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया था।

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