कोरोना से अधिक जर्जर अस्पताल भवन से खौफ खा रहे ग्रामीण

जागरण संवाददाता लातेहार कोरोना की जांच कराने जा रहे हैं तो अस्पताल में भीड़ होगी तो द

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:47 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:47 PM (IST)
कोरोना से अधिक जर्जर अस्पताल भवन से खौफ खा रहे ग्रामीण
कोरोना से अधिक जर्जर अस्पताल भवन से खौफ खा रहे ग्रामीण

जागरण संवाददाता, लातेहार : कोरोना की जांच कराने जा रहे हैं तो अस्पताल में भीड़ होगी तो दूर हटकर रूक जाएं। ऐसा नहीं कि अस्पताल भवन में ही खड़े हो जाएं भवन तो जर्जर है कभी भी गिर सकता है। आप पेड़ के नीचे रहकर इंतजार कीजिएगा। भीड़ हटेगी तब कोरोना जांच के लिए सैंपल देने जाइएगा। यह बात वृद्ध भगवानदास गुप्ता से उनके साले विश्वनाथ प्रसाद ने कही। भगवानदास और विश्वनाथ की यह बातचीत तो महज बानगी भर है। यहां कोरोना जांच के लिए आने पर हर कोई अपने स्वजन व मित्रों से यही बात कहकर उन्हें सचेत करता है। इसका कारण है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदवा के परिसर में चल रही कोरोना जांच के दौरान सैंपल लेने के दौरान शारीरिक दूरी की बात तो दूर भीड़ लगाकर जांच की जा रही है।

जिम्मेवार भी बने हुए हैं तमाशबीन :

एनएच पर रांची-मेदिनीनगर मुख्य मार्ग पर अस्पताल परिसर का पुराना भवन स्थित है। यहां कोरोना जांच के लिए शारीरिक दूरी के नियमों की अनदेखी स्पष्ट तौर पर नजर आती है। सरकारी नियमों के पालन कराने का दायित्व निभाने वाले प्रशासनिक अफसरों से लेकर विभागीय अधिकारियों की भी मामले पर नजर पड़ती है। लेकिन इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देना कोई मुनासिब नहीं समझते। लिहाजा ऐसी स्थिति में कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा यहां हर समय बना रहता है। अस्पताल परिसर चकाचक कैंपस के बाद भी जर्जर भवन में जांच :

यहां अस्पताल का चकाचक भवन है, जगह की इतनी अधिक उपलब्धता है कि विभाग पूरे परिसर का उपयोग ही नहीं कर पाता। इसके बावजूद पुराने अस्पताल के जर्जर भवन में कोरोना की जांच करना लोगों की समझ से परे हो गया है। इस भवन की कई स्थानों पर छत फट रही है और प्लास्टर भी टूट कर गिर रहे हैं। ऐसे में विभागीय कर्मी या कोरोना जांच के लिए ग्रामीण इसकी जद में आकर चोटिल हो सकते हैं। किसी दुर्घटना से पूर्व ही विभाग को इस मामले पर त्वरित संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की जरूरत है। महत्वपूर्ण स्थान होने की वजह से जांच के लिए आते हैं लोग :

सीएचसी परिसर में कोरोना की जांच के लिए बना यह केंद्र महत्वपूर्ण है। सड़क व रेल मार्ग की सुगमता के कारण यहां जिले में सबसे अधिक लोगों की आवाजाही होती है। यहां रोजाना लोहरदगा, रांची, गुमला, सिमडेगा, चतरा व हजारीबाग जैसे स्थानों से लोग ट्रेन पकड़ने के लिए आते हैं। वहीं ट्रेने से उतरने के बाद लोग बस या अन्य वाहनों से गंतव्य के लिए जाते हैं। इस कारण यह स्थान काफी महत्वपूर्ण है। महत्वपूर्ण स्थान होने की वजह से यहां कोरोना की जांच स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी लोगों की भी काफी अधिक होती है।

कोट ::

कोरोना से बचाव के लिए सभी को शारीरिक दूरी का पालन करना है। जांच केंद्र पर ऐसा नहीं हो रहा तो यह गलत है, लोग जागरूक बनें। भवन के जर्जर होने के बावत भी इस पर संज्ञान ले रहा हूं।

- डा. संतोष श्रीवास्तव, सिविल सर्जन लातेहार।

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