चेटुआग में परहिया जनजाति के सात माह के बच्चे की मौत

चंदवा सांसद के आदर्श ग्राम चेटुआग (कामता) में आदिम जनजाति के परहिया परिवार के आंधी कु

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 06:33 PM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 06:17 AM (IST)
चेटुआग में परहिया जनजाति के सात माह के बच्चे की मौत
चेटुआग में परहिया जनजाति के सात माह के बच्चे की मौत

चंदवा : सांसद के आदर्श ग्राम चेटुआग (कामता) में आदिम जनजाति के परहिया परिवार के आंधी कुमार (7 माह , पिता राजु परहिया) शनिवार की रात मौत हो गई। परिजनों के अनुसार उसकी मौत ठंड से हो गई क्योंकि उनलोगों के पास संसाधनों का अभाव है। ओढ़ने के लिए उनलोगों के पास कंबल तक नहीं है। परिजनों बताया कि शनिवार की रात वह ठीकठाक हालत में सोया था रविवार की अहले सुबह बच्चे द्वारा किसी तरह की हरकत नहीं होने पर उनका माथा ठनका। जब तक लोग उसके इलाज की कोई व्यवस्था कर पाते उसकी मौत हो चुकी थी। बच्चे के पिता राजु परहिया व माता जेठनी परहिन की मानें तो एक दिन पूर्व शनिवार तक बच्चा एकदम ठीक ठाक था। रात में वह ठीक-ठाक सोया भी। उनकी मानें तो घर की छत के ऊपर एस्बेस्टस ढक कर वो रहते हैं। ठंड से बचने के लिए घर में व्यवस्था का अभाव है। शाम-सुबह आग जलाकर थोड़ी गरमी पा लेते हैं लेकिन रात में अभावों के बीच सोना पड़ता है। उनकी मानें तो घर के चारों ओर से खुला रहने के कारण और पड़ रही ठंड के कारण ही उनके बच्चे आंधी की मौत हो गई। गांव के ही दसवा परहिया, सोमा परहिया, बुधनी परहिन, जिरवा परहिन आदि की मानें तो ठंड से बचने के लिए उनके पास कोई व्यवस्था नहीं है। रात्रि में वो लोग आग का जुगाड़कर किसी तरह जान बचा रहे हैं। ठंड से बचने के लिए ओढ़ने अथवा बिछाने के लिए पर्याप्त कंबल नहीं हैं। बता दें कि परहिया टोले में आदिम जाति के 40-50 परिवारों में 250 लोग निवास करते हैं। ठंड से बच्चे की मौत की सूचना पर माकपा नेता अयूब खान व पूर्व कामता पंसस फहमीदा बीवी गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर जानकारी लेते सांत्वना दी।

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