ड्राइविग लाइसेंस के लिए जागरूक हुए युवा

उत्कर्ष पाण्डेय लातेहार लातेहार जिले में 50 प्रतिशत युवा बिना ड्राइविग लाइसेंस के दोपहिया व

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 07:21 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 06:24 AM (IST)
ड्राइविग लाइसेंस के लिए जागरूक हुए युवा
ड्राइविग लाइसेंस के लिए जागरूक हुए युवा

उत्कर्ष पाण्डेय, लातेहार : लातेहार जिले में 50 प्रतिशत युवा बिना ड्राइविग लाइसेंस के दोपहिया वाहन चलाते हैं। चुनाव को लेकर पुलिस के द्वारा वाहन चेकिग की जा रही है। चेकिग के दौरान पुलिसकर्मी वाहन चालकों को लाइसेंस बनवाने व वाहन के दस्तावेज साथ रखने की बात समझा रहे हैं। पुलिस की ओर से इस बात को समझाने का असर भी दिखना शुरू हो गया है। यही कारण है कि ड्राइविग लाइसेंस बनवाने के लिए युवा एजेंटों के चक्कर काट रहे हैं। ताकि जल्द से जल्द उनके लाइसेंस बन जाए और वे परेशानी से बच सकें। लातेहार एसडीपीओ वीरेंद्र राम ने बताया कि वाहन चेकिग के दौरान 50 प्रतिशत युवाओं के पास ड्राइविग लाइसेंस नहीं पाया जाता है। दस प्रतिशत बाइक चलाने वाले नाबालिग मिलते हैं। चैकिग के दौरान जुर्माना देने के बाद ज्यादातर युवा ड्राइविग लाइसेंस बनवाना भूल जाते हैं। लेकिन अब युवा जाग्रत हो रहे हैं और उनके परिजन भी फिक्रमंद हो गए हैं। युवाओं के अभिभावक भी अपने बच्चों के लाइसेंस बनवाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। पुलिस लाइसेंस व कागजात बनवाने के लिए कर रही प्रेरित : एसडीपीओ ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व वाहन चेकिग के दौरान 18 से 20 साल की उम्र के युवा मोटर साइकिल पर दो से तीन दोस्तों को लेकर जाते दिखे। पुलिस ने इन्हें रोककर ड्राइविग लाइसेंस और गाड़ी से संबधित दस्तावेज मांगे। लेकिन न तो वह दस्तावेज दिखा सके न ही लाइसेंस जिसके बाद पुलिस ने लाइसेंस बनवाने की बात समझा कर छोड़ दिया था। चेकिग के दौरान अधिकांश युवाओं के पास लाइसेंस नहीं पाया गया। यही कारण है कि जहां युवा ड्राइविग लाइसेंस के लिए आवेदन कर रहे है तो दूसरी ओर बीमा भी करवा रहे हैं जिन वाहन चालकों के कागजात कंपलीट नहीं है वे भी प्रयास में लग गए हैं कि उनके कागजात रजिस्ट्रेशन जल्द से जल्द हो जाए। चंदवा में युवाओं का स्टंट दे रहा हादसे को आमंत्रण

जिले के हृदय माने जाने वाले चंदवा प्रखंड में ऐसे कई युवा हैं जिनके पास रेसिग बाइक है। मुख्य सड़कों के साथ ग्रामीण पथों पर भी ऐसे युवा बाइक में कानफाड़ू तेज आवाज वाले साइलेंसर लगाकर काफी तेज गति से बाइक चलाते हैं। इसके साथ ही ऐसी बाइकों पर वे स्टंट करते देखे जाते हैं। इनके पास भी ड्राइविग लाइसेंस नहीं रहता है, बावजूद इसके ऐसे युवाओं के अभिभावक और स्थानीय प्रशासन की ओर से मामले पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। जिससे हमेशा मुख्य पथ पर सड़क हादसे को आमंत्रण मिलता रहता है। कार्रवाई से बचने के लिए बनवा रहे लाइसेंस दीपक कुमार, राहुल कुमार, विनय कुमार, मोहित कुमार आदि युवाओं ने कहा कि परिवाहन विभाग द्वारा ड्राइविग लाइसेंस बनवाने के लिए शुल्क बढ़ा दिया गया है। पूर्व में ड्राइविग लाइसेंस शुल्क 350 रुपए था जो लेकिन अब 1500 रूपए से अधिक राशि खर्च करने के बाद लाइसेंस बन रहा है। लातेहार परिवहन विभाग के कार्यालय कर्मियों ने बताया कि हालिया दिनों में लाइसेंस बनवाने में तेजी आ गई है। युवा वर्ग हर दिन की कार्रवाई से बचने के लिए लइसेंस व गाड़ियों के अन्य दस्तावेज पूर्ण करा रहे हैं। कोट ::

ड्राइविग लाइसेंस के साथ गाड़ियों का कागजात पूर्ण रखने और यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहनों का परिचालन करने की अपील लगातार की जा रही है। इसमें युवाओं की जागरूकता सराहनीय है, सभी लाइसेंस व कागजात पूरा करा रहे हैं, इस कार्य में विभाग की ओर से उन्हें पूरा सहयोग किया जा रहा है।

- बंधन लांग, जिला परिवहन पदाधिकारी लातेहार।

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