चुनौतियों के बीच मरीजों की जान बचा रहे डा. नंद कुमार

संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) वैश्विक महामारी काल में कई सरकारी व निजी क्लीनिक के चिकित्स

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 07:31 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 07:31 PM (IST)
चुनौतियों के बीच मरीजों की जान बचा रहे डा. नंद कुमार
चुनौतियों के बीच मरीजों की जान बचा रहे डा. नंद कुमार

संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार) : वैश्विक महामारी काल में कई सरकारी व निजी क्लीनिक के चिकित्सक और स्वास्थयकर्मी मरीजों के नजदीक जाने और उन्हें छूने से परहेज करते हैं वहीं सामुदायिक स्वास्थय केंद्र प्रभारी डा. नंद कुमार पांडेय और उनकी टीम दिनरात मरीजों की सेवा में जुटी हैं। उनकी सेवाधर्मिता को देखते हुए कई लोग उनसे दूरभाष पर तो कई लोग सीएचसी पहुंच इलाज के लिए परामर्श लेते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में कार्यरत लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी सीमित संसाधन के साथ वह चिकित्सा व्यवस्था दुरूस्त करने में जुटे हुए हैं। पूरी सावधानी से वह मरीजों के अटेंडेंट का दर्द समझने का भी प्रयास करते हैं। खून चढ़ा बचाई महिला की जान 15 दिन पूर्व हुए प्रसव के बाद महिला सोमंती देवी (पति संतोष गंझू, अंबाटांड़, नगर) रक्त की कमी से जूझ रही थी। चलना-फिरना भी मुश्किल हो गया था। उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए स्वजन 7 मई को इलाज के लिए सदर अस्पताल लातेहार के साथ प्राइवेट अस्पताल लेकर गए लेकिन कोरोना के डर से कहीं इलाज नहीं हुआ। थक-हारकर परिजनों ने कांग्रेस सेवा दल जिलाध्यक्ष को जानकारी दी। कांग्रेस सेवा दल जिलाध्यक्ष के साथ कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष और माकपा नेता अयूब खान ने भी डा. नंद कुमार पांडेय से मुलाकात की। महिला को सीएचसी बुलवाया गया। कोविड के साथ हीमोग्लोबिन जांच कराया तब उसके शरीर में मात्र दो ग्राम हीमोग्लोबीन पाया गया। लातेहार ब्लड बैंक से दो यूनिट ब्लड की व्यवस्था के बाद महिला को ब्लड चढ़ाया गया और उसकी जान बचाई। कहते हैं प्रभारी चिकित्सक : सामुदायिक स्वास्थय केंद्र प्रभारी डा. नंद कुमार पांडेय कहते हैं कि चिकित्सक का कर्तव्य मरीजों की जान बचाना होता है। उनका प्रयास है कि उपलब्ध संसाधनो से लोगों की बेहतर सेवा की जा सके। मरीज के परिवार के अन्य सदस्यों को भी चाहिए कि वो जारी गाइडलाइन के साथ सुरक्षा के साधनों का प्रयोग करें।

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