यज्ञ के आयोजन को ले सख्त हुआ प्रशासन, दी चेतावनी
संवाद सूत्र जयनगर (कोडरमा) जयनगर प्रखंड के रेभनाडीह में 17 अप्रैल से आयोजित नौ दिवसीय राध
संवाद सूत्र, जयनगर (कोडरमा): जयनगर प्रखंड के रेभनाडीह में 17 अप्रैल से आयोजित नौ दिवसीय राधा कृष्ण प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ की सारी तैयारी पूरी होने के बाद अब कोरोना के खतरा से सब कुछ फीका पड़ गया है। प्रशासन ने यज्ञ के बड़े आयोजन करने से साफ मना कर दिया है। ना मेले का आयोजन होना है और ना ही भारी संख्या में भीड़ जुटाने है। ऐसे में यज्ञ समिति के पदाधिकारियों की चिता बढ़ गई है। हालांकि यज्ञ समिति के पदाधिकारी ने भीड़ भाड़ नहीं करने, 11 कलश यात्रियों के साथ कलश यात्रा निकालने, शारीरिक दूरी का पालन करने तथा मास्क का प्रयोग अवश्य करने की प्रशासन को वचन दिया है। बावजूद प्रशासन ऐसे कार्य करने से साफ मना कर रहा है। रेभनाडीह यज्ञ समिति के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने बताया कि यज्ञ का आयोजन पूर्व से ही निश्चित है, ऐसे में यज्ञ को रोका नहीं जा सकता है लेकिन कलश यात्रा में सिर्फ 11 कलश यात्री महिलाएं ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भाग लेंगी। यहां तक की यज्ञ में कोई भी बड़ा आयोजन नहीं किया जाएगा। सरकार के गाइडलाइन तथा लोगों के जीवन का ख्याल रखते हुए ही कोई कार्य किया जाएगा। वहीं कटहाडीह में 22 अप्रैल से आयोजित शतचंडी महायज्ञ को लेकर भी यज्ञ समिति काफी गंभीर है। समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रशासन के आदेशों का पालन करना हम सभी का कर्तव्य है। ऐसे में यज्ञ के जरूरी कार्य ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए किया जाएगा। ठीक उसी तरह कटिया में 19 अप्रैल से आयोजित यज्ञ भी कोरोना से बचाव को देखते ही किया जाएगा। इधर प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी अमित कुमार, जयनगर थाना प्रभारी अब्दुल्ला खान यज्ञ स्थल पर पहुंचकर यज्ञ समितियों से अनुरोध किया है कि वे ऐसे कार्यक्रम ना करें, जिससे कोरोना के संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाए।