2 महीने बाद आने की सलाह पर लौटी महिला का रास्ते में हुआ प्रसव
संवाद सहयोगी कोडरमा जिले के सबसे बड़े सदर अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही सामने आई ह
संवाद सहयोगी, कोडरमा: जिले के सबसे बड़े सदर अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही सामने आई है। इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार डोमचांच थाना अंतर्गत मसमोहना निवासी शिव शंकर सिंह की पत्नी दुर्गावती देवी को प्रसव पीड़ा होने के उपरांत, जब सदर अस्पताल चिकित्सक के पास पहुंचे, तो महिला चिकित्सक डॉ. फरजाना ने अल्ट्रासाउंड कराने सहित अन्य जांच लिखे। जांचोपरांत महिला चिकित्सक ने समय पूरा नहीं होने का हवाला देते हुए 2 महीने के बाद दोबारा आने की सलाह दी। गर्भवती महिला चिकित्सक की सलाह मान जब घर लौटने लगी, इस क्रम में कोडरमा बाजार स्थित राजेंद्र चौक पर ही महिला को फिर से प्रसव पीड़ा होने लगी और वहीं उक्त महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। महिला के स्वजन और आसपास खड़े लोगों की मदद से महिला का सुरक्षित प्रसव हो गया और प्रसूता को दोबारा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां स्वास्थ्य लाभ के बाद जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित और स्वस्थ हैं। महिला के ससुर संतोष सिंह ने बताया कि प्रसव पीड़ा के बाद वे लोग अपनी बहू को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे। डॉ. फरजाना के द्वारा चेकअप किया गया, और अल्ट्रासाउंड के साथ कई तरह के जांच लिखे गए थे। :::रास्ते में प्रसव होना लापरवाही को दर्शाता है: सीएस:::: इधर, पूरे मामले में गर्भवती महिला की जांच और जांच के बाद चिकित्सकीय सलाह पर सवाल उठना लाजिमी है। बहरहाल मामला संज्ञान में आने के बाद सीएस डॉ. अभय भुूषण प्रसाद ने जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर गर्भवती महिला को 2 महीने बाद आने की चिकित्सकीय सलाह दी गई थी और उसी दिन महिला का प्रसव हो गया तो यह लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। किस परिस्थिति में महिला को 2 महीने बाद जांच के बुलाया गया और किस परिस्थिति में अस्पताल से लौटने के क्रम में महिला का प्रसव हुआ, सभी बिदुओं पर जांच की जाएगी। ::::ड्यूटी में लापरवाह तीन चिकित्सकों से स्पष्टीकरण:::: सिविल सर्जन डॉ. एबी प्रसाद के द्वारा बुधवार को सदर अस्पताल के तीन चिकित्सक से स्पष्टीकरण मांगा है। मिली जानकारी के अनुसार महिला चिकित्सक डॉ. भारती सिन्हा, डॉ. अजय सेठ और डॉ. आरपी शर्मा की ड्यूटी के प्रति लापरवाही सामने आयी है। इस बाबत सिविल सर्जन डॉ. एबी प्रसाद ने कहा कि डॉ. भारती सिन्हा तीन माह पूर्व कोरोना पॉजिटिव हुई थी, पर नेगेटिव होने के बाद भी अब तक ड्यूटी से गायब है। यही वजह है की मेडिकल बोर्ड गठित कर उनकी जांच की जा रही है और जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी। वहीं डॉ. अजय सेठ ड्यूटी के दौरान अक्सर लापरवाही बरतते है और लगातार उनकी शिकायत मिलती रहती है, इसके अलावा छुट्टी अस्वीकृत होने के बाद भी डॉ. आरपी शर्मा गायब है।