सामाजिक समरसता मंच ने मनाई वाल्मिकी जयंती

महर्षि वाल्मिकी विश्व के आदि कवि हैं अनिल संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) झुमरीतिलैया के तिलैया बस्ती स्थित सामाजिक समरसता मंच

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:47 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:47 PM (IST)
सामाजिक समरसता मंच ने मनाई वाल्मिकी जयंती
सामाजिक समरसता मंच ने मनाई वाल्मिकी जयंती

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): झुमरीतिलैया के तिलैया बस्ती स्थित सामाजिक समरसता मंच के प्रांतीय सदस्य अनिल सिंह के कार्यालय सभागार में शनिवार को सामाजिक समरसता मंच कोडरमा के तत्वावधान में महर्षि वाल्मिकी जयंती मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में प्रांतीय सदस्य अनिल सिंह ने कहा कि महर्षि वाल्मिकी विश्व के आदि कवि हैं, जिन्होंने विश्व प्रसिद्ध कालजयी कृत रामायण की रचना की। महर्षि वाल्मिकी द्वारा रचित रामायण सामाजिक मूल्यों, मानव मूल्य, राष्ट्र मूल्यों एवं पारिवारिक मूल्यों की स्थापना का आदर्श है। उन्होंने कहा कि वाल्मिकी रामायण में निहित मानव मूल्य, सामाजिक मूल्यों और राष्ट्र मूल्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जनमानस को जोड़ने के लिए उन्हें याद किया जाएगा। हजारीबाग विभाग संयोजक सुरेश प्रसाद ने कहा कि आदिकाल रामायण की रचना कर महर्षि वाल्मिकी ने लोगों को सत्य और कर्तव्य परायण बनाया। भगवान श्री राम की गाथा को देश दुनिया में पहुंचाने का श्रेय वाल्मिकी को जाता है। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जीवन हम सभी को त्याग, मर्यादाओं के पालन की सीख देता है। कोडरमा जिला प्रभारी अशोक दयाल, सहसंयोजक मुकेश बरनवाल, रितेश माधव, अशोक दयाल ने कहा कि वाल्मिकी ने रामायण में निहित मानव मूल्य के प्रचार प्रसार में महती भूमिका निभाई है। हर वर्ष 31 अक्टूबर को उनकी जयंती मनाई जाती है और उनके द्वारा दी गई शिक्षा, आदर्श को अपना कर प्रगतिशील एवं समरसता युक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है। इस अवसर पर मुकेश कुमार, संजय बरनवाल, मुन्ना कुमार, अधिवक्ता अशोक कुमार, चंदन पासवान, पीयूष कुमार, ममता देवी, तेजस्विनी कुमारी, संजीवनी कुमारी और ज्योत्स्ना कुमारी आदि मौजूद थे।

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