लोको रनिग कर्मचारियों ने डीआरएम को सौंपा ज्ञापन
लोको रनिग कर्मचारियों से जबरन नियमविरुद्ध कार्य कराने को लेकर बुधवार की रात्रि कोडरमा-गझंडी लॉबी के लोको पायलट सहायक लोको पायलट एवं गार्ड ने धनबाद रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान ऑल इंडिया रनिग स्टाफ एसो. के गझंडी शाखा अध्यक्ष आशुतोष कुमार सचिव किपेंद्र कुमार ने डीआरएम से कहा कि वर्तमान समय में लोको पायलट सहायक पायलट व गझंडी कोडरमा लॉबी के नियमों व प्रावधानों के खिलाफ कार्य कराया जा रहा है।
झुमरीतिलैया (कोडरमा): लोको रनिग कर्मचारियों से जबरन नियमविरुद्ध कार्य कराने को लेकर बुधवार की रात कोडरमा-गझंडी लॉबी के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट एवं गार्ड ने धनबाद रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान ऑल इंडिया रनिग स्टाफ एसो. के गझंडी शाखा अध्यक्ष आशुतोष कुमार, सचिव किपेंद्र कुमार ने डीआरएम से कहा कि वर्तमान समय में लोको पायलट, सहायक पायलट व गझंडी, कोडरमा लॉबी के नियमों व प्रावधानों के खिलाफ कार्य कराया जा रहा है। कर्मी 12 से 14 घंटे तक ट्रेनों का परिचालन कर रहे हैं जिससे चालक एवं उपचालक मानसिक तनाव व दबाव में कार्य कर रहे हैं। इससे परिणामस्वरूप एकाग्रता भंग होने पर कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। इस ज्वलंत समस्या का शीघ्र समाधान करने की जरूरत है। ज्ञापन में कहा गया है कि मालगाड़ियों के साथ-साथ एक्स. व पैसेंजर ट्रेनों में भी कोडरमा, हजारीबाग टाउन, कोवार एवं तिलैया-राजगीर रेलखंड के लिए भेजा जा रहा है। ज्ञापन में कहा गया कि रेलवे बोर्ड के पत्रांक संख्या ई(एलएल)78/एचईआर/26, दिनांक 23.10.1978 में स्पष्ट उल्लेख है कि रनिग स्टाफ को कम से कम समय तक ही मुख्यालय से बाहर रखा जाए, ताकि उन्हें तथा उसके परिवार को कठिनाई को सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा कई अन्य मांग भी रखी गई। इसमें मुख्य रूप से गझंडी एवं कोडरमा लॉबी के क्रू का सेक्शन (बीट) का निर्धारण कर डिस्प्ले बोर्ड लगाने की बात कही गई। इस डीआरएम ने आश्वस्त करते हुए कहा कि इसपर शीघ्र ध्यान दिया जाएगा। वहीं एलारसा के पदाधिकारियों ने कहा कि मांगों की सुनवाई नहीं होती है तो 3 मई को धनबाद स्थित डीआरएम कार्यालय के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में रंजीत कुमार, दीपक कुमार, रौशन कुमार, सुरेश यादव, सुरेश मेहता, प्रशांत कुमार, प्रभाकर कुमार, राजू कुमार, मो. आफताब आदि शामिल थे।