अधिग्रहित जमीन से रेलवे ने हटाना शुरू किया निर्माण

मालवाहक ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए प्रस्तावित डीएफसी (ड

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 06:29 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 06:29 PM (IST)
अधिग्रहित जमीन से रेलवे ने हटाना शुरू किया निर्माण
अधिग्रहित जमीन से रेलवे ने हटाना शुरू किया निर्माण

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया : मालवाहक ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए प्रस्तावित डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर) के निर्माण को लेकर अधिग्रहित जमीन से रेलवे निर्माण कार्य को हटना शुरू कर दिया है। शीघ्र ही इसके लिए मुख्य शहर में तोड़फोड़ शुरू होगी। गुरुवार को झुमरीतिलैया बाइसपास के समीप से निर्माण हटाने का कार्य शुरू किया गया। झुमरीतिलैया बाइपास से मोरियांवा तक करीब 100 मकान एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान इसकी जद में आएंगे। इनमें झुमरीतिलैया रेलवे क्रासिग के समीप स्थित सुपर मार्केट, जैन भवन, राजगढि़या रोड की कई दुकान व व्यावसायिक प्रतिष्ठान शामिल हैं। इसके अलावा झुमरीतिलैया रेलवे कालोनी के अधिकतर क्वार्टर भी डीएफसी की जद में आएंगे। जयनगर के गड़गी में भी अधिग्रहित किए गए कई मकानों को तोड़ा जाना है। एक वर्ष पूर्व से इसके लिए डीएफसीसी (डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर कारपोरेशन) द्वारा संबंधित लोगों को नोटिस किया जा रहा है। अधिग्रहित भूमि पर डोजरिग के संबंध में डीएफासीससी के अधिकारियों ने कोडरमा जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचित किया है। जिले के उपायुक्त, एसपी, एसडीओ को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। डीएफसीसी के परियोजना प्रबंधक विद्युत-1 अरविद कुमार ने बताया कि रेलवे लाइन निर्माण के लिए कार्य शुरू किया जाना है। इसके लिए अधिग्रहित जमीन को खाली करना जरूरी है। उल्लेखनीय होगा कि डीएफसी की जद में कोडरमा समेत विभिन्न स्टेशनों के कई निर्माण भी आएंगें। इसमें कोडरमा स्टेशन भवन, रेलवे कॉलोनी, आरपीएफ बैरक समेत और कई भवन शामिल हैं। इनके पुनर्निर्माण के लिए रेलवे की ओर से धनबाद रेल मंडल के लिए करीब 268 करोड़ निर्गत किया गया है। वहीं संबंधित रैयतों से अधिग्रहण के पश्चात करीब 90 फीसद को मुआवजा भुगतान भी कर दिया गया है। माना जा रहा है कि दीपावली के बाद इस नई रेलवे लाइन पर निर्माण कार्य तेजी से चलेगा। उल्लेखनीय होगा कि डीएफसीसी द्वारा कोलकाता के डानकुनी से लुधियाना तक मालवाहक ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए डबल लाइन का निर्माण किया जा रहा है। यह कारिडोर देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इसके बाद यात्री ट्रेनें भी वर्तमान लाइन पर निर्बाध व तेज रफ्तार से चलेगी।

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