भक्तों ने नम आंखों से दी मां दुर्गे को विदाई

कभी बारिश तो कभी चिलचिलाती धूप। दिन में गर्मी तो राि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 05:37 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 05:37 PM (IST)
भक्तों ने नम आंखों से दी मां दुर्गे को विदाई
भक्तों ने नम आंखों से दी मां दुर्गे को विदाई

संवाद सहयोगी, झुमरी तिलैया, कोडरमा : कभी बारिश तो कभी चिलचिलाती धूप। दिन में गर्मी तो रात्रि में शीतल हवा। सुहावने मौसम और झूमती, इठलाती प्रकृति की हरियाली के बीच शारदीय नवरात्र संपन्न हो गया। नौ दिनों तक जगत का कल्याण करनेवाली मां दुर्गा के आह्वान का यह त्योहार हर वर्ष की भांति लोगों के लिए भक्ति एवं उल्लास लेकर आया था। शनिवार व कहीं-कहीं शुक्रवार को प्रतिमा का विसर्जन हुआ। इस दौरान लोगों ने बोझिल आंखों से माता को विदाई दी। परंपरानुसार महिलाओं ने मां दुर्गा की आरती उतारी और माता के मांग में सिदूर लगाए। इसके बाद महिलाओं ने एक-दूसरे को सिदूर लगाई और सिदूर की होली खेली। हालांकि यह क्षण काफी भावुक था। माता की विदाई के समय महिलाओं की आंखे नम थीं। झुमरीतिलैया के अड्डी बांग्ला, महाराणा प्रताप चौक, गौरी शंकर मुहल्ला, गुमो, तारा टांड, मडुआटांड, बेलाटांड, विशुनपुर रोड और तिलैया बस्ती पूजा पंडालों में विसर्जन के दौरान महिलाएं लाल रंग की साड़ी पहनकर पहुंचीं। कोडरमा के हरिसभा, झुमरीतिलैया अड्डी बंगला, बेलाटांड़ में सिदूर खेला के बाद बंगाली समुदाय की महिलाओं ने मां को पान और मिठाई का भोग लगाया। साथ ही अगले साल फिर आने का निमंत्रण दिया। मान्यता है कि मां दुर्गा साल में एक बार दस दिनों के लिए मायके आती हैं। बताया गया कि एक लड़की जब मायके आती है तो खूब प्यार मिलता है, उसकी सेवा की जाती है। उसी प्रकार मां दुर्गा के लिए पंडाल लगते हैं जहां माता को भोग आदि लगाकर आह्वान किया जाता है।

पंडालों में माथा टेकने पहुंचे आम व खास झुमरीतिलैया: अभ्रक नगरी कोडरमा के पूजा पंडालों में स्थापित माता की प्रतिमाओं के समक्ष आम और खास लोगों ने षष्ठी से एकादशी तक माथा टेका। नौ दिनों तक व्रत, उपवास व फलाहार करनेवाले श्रद्धालु भक्ति में लीन रहे। आम और खास लोगों में राजनीतिक दल के प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, स्वयंसेवी सामाजिक लोगों ने मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर सुख, समृद्वि की कामना की। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक डा. नीरा यादव ने अपने-अपने आवासों पर नौ दिनों का पाठ किया। इसके अलावा विभिन्न पूजा पंडालों में मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक नीरा यादव, जिप प्रधान शालिनी गुप्ता के अलावा डीसी आदित्य रंजन, एसपी कुमार सौरव, एसडीओ मनीष कुमार ने पूजा पंडालों में पहुंचकर मां की आराधना की। पूजा पंडालों में दशमी के दिन खासकर अड्डी बांग्ला पूजा पंडाल में अधिक भीड़ देखी गई। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी भी जाम में फंसी रही। आरती के वक्त भक्तों की भीड़ अधिक लगी रही। खूब चला सेल्फी लेने का दौर:::::::::::::

झुमरीतिलैया: झुमरीतिलैया सहित जिले के विभिन्न पूजा पंडालों में परिवार के साथ पहुंचे युवकों और युवतियों द्वारा प्रतिमा स्थल और पंडाल के आसपास सेल्फी लेने का सिलसिला चार दिनों तक चलता रहा। मां वैष्णों देवी मंदिर असनाबाद, झंडाचौक स्थित दुर्गा मंदिर, विशुनपुर रोड स्थित दुर्गा मंदिर, सामंतो और स्टेशन काली मंदिर, गायत्री मंदिर में करीब तीन सौ से अधिक कन्याओं का पूजन किया गया। उनके चरण धोकर उन्हें भोजन कराया गया। चुनरी ओढ़ाकर पूजा-अर्चना के बाद उन्हें उपहार दिया गया। माता के कन्या रूप माने जानेवाली इन कन्याओं से आशीर्वाद लिया। नौ दिनों तक पूजा-अर्चना के दौेरान लोगों ने माता के साथ खूब सेल्फी ली और इसे इंटरनेट मीडिया पर साझा किया। डांडिया व दीप प्रज्ज्वलित कर सुख, समृद्धि की कामना की

झुमरीतिलैया: दुर्गा पूजा में डांडिया न हो, ऐसा नहीं हो सकता। मां को रिझाने के लिए और शक्ति में भक्ति को प्रदर्शित करने के लिए नवरात्र में डांडिया की धूम रही। इस वर्ष सार्वजनिक डांडिया तो नहीं हुआ, लेकिन सामाजिक और धार्मिक स्तर पर लोगों ने सप्तमी से दशमी तक अलग-अलग स्थानों पर डांडिया किया। बड़ा जैन मंदिर स्थित पंडाल में दिगंबर जैन समाज द्वारा नवमी की रात में नवीन पांड्या के गीतों पर लोग झूमते रहे। अड्डी बांग्ला में रिदम डांस क्लास की महिलाओं और युवतियों ने रंग-बिरंगे परिधानों में नृत्य कर समा बांधा। देवी मंडप रोड स्थित देवी मंदिर में काली महिला मंडल द्वारा डांडिया का आयोजन किया गया। जहां महिलाएं लाल परिधानों में डांडिया करती दिखीं। मौके पर किडजी की निदेशक ब्यूटी सिंह ने कहा कि नवरात्र में हमे संकल्प लेने की जरूरत है कि कन्या भ्रूण हत्या न हो और आंगन में हंसती खिलखिलाती बेटियां तरक्की के मार्ग को अग्रसर करती हैं। कन्या पूजन का मतलब घर में बेटी का होना। मतलब सौभाग्य का होना है। इस मौके पर सरोजिनी देवी, पूनम सेठ, आशा वर्णवाल, फूलकुमारी भारती, मीना पांडेय, प्रतिमा सिंह सहित कई महिलाओं ने भजन प्रस्तुत किया। यहां कई युवतियों ने घी के दीपक प्रज्वलित सुख, समृद्वि की कामना की।

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