हवन से शुद्ध होता है पर्यावरण: रंजय
संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) गायत्री शक्ति पीठ झुमरीतिलैया के अलावा चेतना केंद्रो
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): गायत्री शक्ति पीठ झुमरीतिलैया के अलावा चेतना केंद्रों में नौ दिनों में 2316 साधकों ने गायत्री मंत्र एवं हवन का कार्यक्रम किया गया। इसमें 5 करोड़ 55 लाख 84 हजार मंत्र का जाप एवं हवन किया गया। शुक्रवार को झुमरीतिलैया के गायत्री शक्ति पीठ में लगभग 150 कन्याओं का पूजन किया गया एवं उन्हें चुनरी के साथ-साथ उपहार दिया गया। नौ कन्याओं का श्रद्धालु भक्तों ने चरण भी धोया। नवरात्र में 5 बच्चों का नामकरण, 7 की दीक्षा, 8 अन्नप्रासन संस्कार मुंहजुठी एवं 40 मुंडन संस्कार कराया। गायत्री शक्ति पीठ में आयोजित हवन कार्यक्रम में पंडित रंजय सिंह ने कहा कि हवन से पर्यावरण शुद्ध होता है। यह करने से आत्मकल्याण के साथ-साथ परिवार व विश्व का कल्याण होता है। यज्ञ से कुंसस्कार समाप्त होते हैं। भारती संस्कृति में नारियों को सदियों से प्रधान मान कर पूजा जाता है। नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा शक्ति के लिए होती हैं। वहीं मां लक्ष्मी , काली , सरस्वती, माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस अवसर पर ट्रस्टी अर्जुन राणा ने कहा कि गायत्री शक्ति पीठ द्वारा 14 नवंबर को बाल संस्कार शाला का शुभांरभ होगा। रामभजु चौधरी द्वारा मंदिर परिसर में प्रतिदिन 6 बजे से योगा कराया जा रहा है। कर्मकांड के प्रशिक्षण की शुरुआत इस माह की जाएगी। पार्क के समीप बने पुस्तकालय में गायत्री शक्ति की पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम में भीष्म प्रसाद गुप्ता, संतोष वर्णवाल, ईश्वर साव, नवरंग राम, सुभाष कुमार गुप्ता, राजदीप प्रसाद, मृत्युंजय भाष्कर, किशोर यादव, नीलम शाहवादी, स्मृति वर्मा आदि उपस्थित थे। अष्टमी की संध्या में मंदिर परिसर में भव्य आरती का आयोजन किया गया।