इसबार भी छोटा होगा मां दुर्गे की प्रतिमा का आकार

कोविड परिस्थिति के बीच भक्ति एवं उल्लास का पर्व दुर्गापू

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 05:03 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 05:03 PM (IST)
इसबार भी छोटा होगा मां दुर्गे की प्रतिमा का आकार
इसबार भी छोटा होगा मां दुर्गे की प्रतिमा का आकार

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): कोविड परिस्थिति के बीच भक्ति एवं उल्लास का पर्व दुर्गापूजा निकट आ रहा है। लेकिन इसबार भी कोविड की परिस्थिति ज्यादा कुछ करने की इजाजत नहीं देगी। इससे स्वभाविक रूप से त्योहार का रंग थोड़ा फीका जरूर होगा। कोरोना काल से पहले झुमरीतिलैया के मूर्तिकार आठ से 12 फीट ऊंची मूर्तियां बनाते थे। इसकी कीमत लगभग 25 से 50 हजार रुपये तक होती थी। लेकिन कोरोना काल की वजह से झुमरीतिलैया के मूर्तिकार इस वर्ष भी छह से आठ फीट ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा को आकार देने में जुटे हैं। मूर्तिकार बद्री पंडित, दीपक पंडित ने बताया कि इस वर्ष भी मूर्तियों का आकार कम होने से कमाई काफी कम है। दो वर्ष पूर्व जहां मूर्तियों का आकार 10 फीट हुआ करता था। आज छह से आठ फीट की प्रतिमा बनाने का आर्डर मिल रहा है। झुमरीतिलैया और बरही में इस वर्ष 8 स्थानों पर प्रतिमा बनाने का कार्य कर रहे हैं। झुमरी तिलैया कोडरमा सहित लगभग 25-30 स्थलों पर प्रतिमा स्थापित होती है। प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकारों की मानें तो पहले सार्वजनिक स्थानों में दुर्गापूजा को लेकर बड़े पंडाल भी बनते थे। इस कारण बड़ी प्रतिमा के आर्डर काफी आया करते थे। अब सादगी से दुर्गापूजा मनाए जाने के कारण प्रतिमा का आकार छोटा कर दिया गया है। मूर्तिकारों ने बताया कि इस वर्ष छ से आठ फीट ही मां दुर्गे की प्रतिमा बना रहे हैं।

::::::::::: क्या कहते है मूर्तिकार :::::::::::

मूर्तिकार बद्री पंडित ने बताया कि लगभग 4 दशकों से देवी-देवताओं की प्रतिमा बनाते आ रहे हैं। दो वर्षों से कोरोना की वजह से प्रतिमा बनाने का कारोबार काफी कम हो गया है। दो वर्षों से मां दुर्गा की प्रतिमा का आकार छोटा बना रहे हैं। एक प्रतिमा बनाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। कोरोना की वजह से मेहनत का कोई फल नहीं मिल रहा है।

:::::::::: सजावट होगी फीकी:::::::::::::::

इस वर्ष सरकारी निर्देशों के कारण पूजा पंडालों की सजावट भी फीकी होगी। थीम आधारित पंडाल नहीं बनेंगे। पंडाल भी छोटे आकार का होगा, जिससे केवल प्रतिमा ही कवर हो सके। पंडालों में लाइटिग की सजावट भी नहीं होगी। वहीं पंडालों में ज्यादा भीड़ नहीं लगे, इसकी व्यवस्था पूजा कमेटियों को सुनिश्चित करनी होगी। झुमरीतिलैया बेलाटांड़ दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष प्रेम पांडेय ने बताया कि जिला प्रशासन व सरकार के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। सरकारी निर्देशों के अनुसार ही पूजा होगी।

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