युवाओं ने भरी हुंकार, कहां है मेरा रोजगार, जवाब दो सरकार

कहां है मेरा रोजगार जवाब दो सरकार की बुलंद आवाज से युवाओं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 05:18 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:14 PM (IST)
युवाओं ने भरी हुंकार, कहां है मेरा रोजगार, जवाब दो सरकार
युवाओं ने भरी हुंकार, कहां है मेरा रोजगार, जवाब दो सरकार

संवाद सहयोगी, कोडरमा : कहां है मेरा रोजगार, जवाब दो सरकार की बुलंद आवाज से युवाओं ने डीवाइएफआइ के बैनर तले बुधवार को हुंकार भरी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सबको शिक्षा सबको काम की मांग एवं अन्य स्थानीय सवालों पर भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाइएफआइ)द्वारा जिलाध्यक्ष परमेश्वर यादव और जिला सचिव सुरेन्द्र राम के नेतृत्व में समाहरणालय के समक्ष जुझारू प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व कोडरमा बाजार से एक जुलूस भी निकाला गया। इसमें कहां गया दो करोड़ रोजगार, जवाब दो मोदी सरकार, केंद्र व राज्य में लाखों रिक्त पड़े पदों पर अविलंब बहाली करना होगा.., शिक्षा के निजीकरण पर रोक लगाओ.., नो स्कूल नो फीस.., डीवीसी पावर प्लांट में स्थानीय नौजवानों को नौकरी देना होगा.. आदि नारे लगाए जा रहे थे। समाहरणालय के समक्ष डीवाइएफआइ के जिलाध्यक्ष परमेश्वर यादव की अध्यक्षता में हुई सभा को संबोधित करते हुए डीवाइएफआइ झारखंड के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि युवाओं को हर साल दो करोड़ रोजगार देने का सपना दिखाकर देश की गद्दी पर कब्जा करने वाली मोदी सरकार ने नौजवानों के सपनों को छलने का काम किया है। पूंजीपति मित्रों अडानी अंबानी के हाथों में देश की सार्वजानिक संपत्तियों रेल, बैंक, बीमा, हवाई अड्डा, कोयला खदान को बेचकर देश को कंगाल किया जा रहा है। केंद्र सरकार के विभागों में 9 लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं, जिस पर बहाली नहीं हो रही है, झारखंड में भी पांच लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं, लेकिन हेमंत सरकार भी नौजवानों को ठगने का काम कर रही है। इसलिए देश में एक संगठित व क्रांतिकारी युवा आंदोलन की जरूरत है। जिला सचिव सुरेन्द्र राम ने कहा कि जिला में विकास का काम पूरी तरह से ठप है। मनरेगा में भ्रष्टाचार चरम पर है। गांवों में पीने का पानी नहीं है, सड़कें जर्जर हैं उस जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। जिला अध्यक्ष परमेश्वर यादव ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार भी जनता को बरगलाने में लगी है, राज्य में दो साल में कोई विकास का काम नहीं हुआ। एसएफआइ के मुकेश यादव ने कहा कि जिले के सैकड़ों मैट्रिक पास छात्र इंटर में दाखिला के लिए भटक रहे हैं। लेकिन उन्हें कॉलेजों में दाखिला नहीं मिल रहा है। प्रदर्शन के बाद उपायुक्त को सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से केंद्रीय व स्थानीय मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। इसमें निजीकरण की मुहिम पर रोक लगाने, केंद्र व राज्य के सभी रिक्त पदों पर बहाली करने, योग्यता के आधार पर रोजगार देने, 5 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देने, निजी स्कूलों द्वारा लाकडाउन के दौरान की फीस वसूली पर रोक लगाने, डोमचांच के रायडीह उत्क्रमित मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय का दर्जा देने, गैरमजरुआ जमीन को भूमाफियाओं से मुक्त कराने, सहित अन्य मांगें शामिल हैं। प्रदर्शन में सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश यादव, शंभु कुमार, शिवशंकर कुमार, सुरेन्द्र यादव, चंद्रावती देवी, उर्मिला देवी, सोनिया देवी, सुनीता देवी, अनीता देवी, सविता देवी, सुशीला देवी, बैजनाथ साव, सुरज कुमार, रामेश्वर साव, डेगन साव, बिरेंद्र तुरी, मोहन साव, रंजीत कुमार, सकलदेव सिंह, जागी तुरी, भुनेश्वर दास, कृष्णा यादव, डोमी भुइयां, धानेश्वर यादव, अनिल यादव, सिकंदर यादव, रामसागर यादव, मंटू यादव, पिटू यादव, सकलदेव यादव, सोचन यादव आदि शामिल थे।

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