अवैध खनन पर नकेल, शुरू हुई क्रशर यूनिटों में विद्युत खपत की जांच
अवैध खनन पर लगाम के लिए क्रशर इकाइयों को दूसरे तरीकों से भी नके
संवाद सहयोगी, कोडरमा : अवैध खनन पर लगाम के लिए क्रशर इकाइयों को दूसरे तरीकों से भी नकेल कसने का अभियान शुरू किया गया है। जिले में वैध तरीके से146 क्रशर यूनिट चल रहे हैं। इन क्रशर इकाइयों में वैध स्त्रोत से ही पत्थर क्रय कर स्टोन चिप्स तैयार करने का दावा संचालकों द्वारा किया जाता है। ऐसे में बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर कहां जा रहा है, इसकी जांच के लिए अब नए तरीके अपनाए जा रहे हैं।
उपायुक्त के निर्देश पर क्रशर इकाइयों में विद्युत उपयोग की जांच शुरू कर दी गई है। क्रशर इकाइयों द्वारा विभाग को दिए गए स्टोन चिप्स तैयार करने के आंकड़े व विद्युत उर्जा खपत का मिलान कर चोरी को पकड़ा जाएगा। माना जा रहा है कि क्रशर इकाइयों में ही अवैध स्त्रोत से आने वाले पत्थर को खपाया जाता है। ऐसे में विद्युत उर्जा के आकलन के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि क्रशर इकाइयों द्वारा दिए गए आंकड़े कितने सही हैं। उपायुक्त के निर्देश पर विद्युत व खनन विभाग की टीम क्रशर यूनिटों में जांच शुरू कर दी है। यदि आकलन में गड़बड़ी सामने आती है तो भारी-भरकम जुर्माना संचालकों पर लगाया जाएगा। खान निरीक्षक जितेंद्र महतो व विद्युत विभाग के सहायक अभियंता पंकज कुमार ने डोमचांच क्षेत्र में शंकरपंडित, त्रिलोकी प्रसाद, उमेश राणा एवं अन्य क्रशर व्यवसायियों का विद्युत उपयोग के अनुसार खनिज के प्रस्संकरण का मिलान किया। इस दौरान विद्युत मीटर की रीडिग ली गई। संबंधित क्रशर का प्रतिदिन पत्थर खपत का रिकार्ड भी लिया गया। दोनों विभाग आकलन के उपरांत आगे की कार्रवाई तय करेंगे। खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर के अनुसार, सभी क्रशर इकाइयों में विद्युत खपत के आधार पर खनन प्रसंस्करण का आकलन किया जा रहा है। इससे अवैध स्त्रोत से आने वाली खनिज पर काफी रोकथाम लग सकेगी। गड़बड़ी पाए जाने पर जुर्माने के साथ नियमसंगत कार्रवाई की जाएगी।