पीएम किसान योजना के नाम पर 54 हजार की ठगी, आरोपित धराया

साइबर ठग लोगों को कई तरह का झांसा देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। अब

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 06:09 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 06:09 PM (IST)
पीएम किसान योजना के नाम पर 54 हजार की ठगी, आरोपित धराया
पीएम किसान योजना के नाम पर 54 हजार की ठगी, आरोपित धराया

कोडरमा: साइबर ठग लोगों को कई तरह का झांसा देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। अब सरकारी योजनाओं का हवाला देकर भी बैंक खाते से राशि उड़ा रहे हैं। एसपी के मार्गदर्शन पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ऐसे ही एक मामले का पर्दाफाश 48 घंटे में किया है। पुलिस ने आरोपित को देवघर से धर दबोचा। ठगी के पैसे से खरीदे गए कीमती मोबाइल भी बरामद कर लिए।

पुलिस अधीक्षक एहतेशाम बकारिब ने बताया कि डोमचांच थाना क्षेत्र के बगड़ो निवासी प्रदीप यादव ने 27 अक्टूबर को नवलशाही थाने में आकर आवेदन देकर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री समृद्ध किसान योजना के नाम पर उनके बैंक खाते से पैसा जमा करने के नाम पर 54810 रुपये की ठगी कर ली गई। यहां तक उन्हें झांसा देकर ओटीपी नंबर भी प्राप्त कर लिया था। घटना को लेकर आइटी एक्ट के तहत कांड दर्ज कर त्वरित छानबीन शुरू की गई। एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद, नवलशाही थाना प्रभारी अब्दुल्लाह खान व साइबर सेल की टीम द्वारा उक्त कांड का अनुसंधान करते हुए संलिप्त साइबर आरोपित ग्राम ब्रहमोतरा, थाना सारवां, जिला देवघर निवासी कियाउद्दीन अंसारी को गुरुवार देर रात देवघर पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि आरोपित ने ठगी की राशि से आनलाइन फ्लिपकार्ट से 54 हजार रुपये के विवो एक्स 50 प्रो मोबाइल खरीदे जो बरामद किया गया। साथ ही एक अन्य कंपनी के मोबाइल, दो सिम कार्ड, एसबीआइ के चार एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपित ठगी के मामले में लातेहार के मनिका थाना पुलिस द्वारा भी जेल भेजा जा चुका है। छापेमारी दल में थाना प्रभारी सारवां देवघर अजय सिंह एवं सशस्त्र बल, अनुसंधानकर्ता एसआइ अमित कुमार, एएसआई विजय कुमार सिंह, साइबर सेल से कुणाल सिंह, किसलय कुमार आदि शामिल थे। बहरहाल साइबर अपराधी लोगों को झांसा देने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। पुलिस विभाग द्वारा नियमित रूप से लोगों को किसी भी हाल में मोबाइल में आए ओटीपी नंबर किसी को भी शेयर नहीं करने की अपील की जा रही है। यहां तक कि लोगों को इसके लिए जागरूक भी किया जा रहा है। बावजूद कुछ लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं।

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