तालीम की रोशनी में कामयाबी तलाश करें: मौलाना एसएम अश्दक

तालीम की रोशनी में कामयाबी तलाश करें मौलाना एसएम अश्दक संवाद सहयोगी कोडरमा हमें तालिम शिक्षा की रोशनी में अपनी कामयाबी तालाश करनी चाहिए। ि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 04:48 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 04:06 AM (IST)
तालीम की रोशनी में कामयाबी तलाश करें: मौलाना एसएम अश्दक
तालीम की रोशनी में कामयाबी तलाश करें: मौलाना एसएम अश्दक

संवाद सहयोगी, कोडरमा: हमें तालिम शिक्षा की रोशनी में अपनी कामयाबी तालाश करनी चाहिए। जिस तरह मुसलमानों पर नमाज फर्ज है। उसी तरह शिक्षा हासिल करना भी फर्ज है। उक्त बातें गिरिडीह से लौटने के क्रम में कोडरमा के जयनगर व जलवाबाद में तहरीक पैगाम ए इस्लाम के डायरेक्टर मौलाना एस एम सैफुद्दीन अश्दक (जमशेदपुर) ने कही। उन्होंने कहा हमें नफरत का जवाब नफरत से नहीं, बल्कि मोहब्बत से देना चाहिए। क्योंकि नफरत की आग को मोहब्बत के पानी से ही बुझाया जा सकता है। दुनिया में इस्लाम मोहब्बत से फैला है, न कि सख्तियों से। हम कम खाएं पर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ व्यवहारिक ज्ञान जरूर दें। मौलाना अश्दक साहब ने कहा कि हम अपने पैगंबर हजरत मोहम्मद (स) को अपनी जान से ज्यादा मोहब्बत करते हैं। पर हम नबी की सुन्नत उनके तरीके को छोड़ दिए हैं, यही वजह है कि आज हम हर क्षेत्र में पिछड़ रहे हैं। अपनी जिदगी में इंकलाब लाना चाहते हैं तो अच्छी सोच, अच्छी फिक्र और नेक जज्बे के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि रबीउल अव्वल के मुबारक महीने में गरीबों को खाना खिलाइए, सदका दें, दरूद ए पाक कसरत से पढ़ें। साथ ही छोटी-छोटी बातों पर एक दूसरे से मनभेद न करें। हमारा अल्लाह एक कुरान एक नबी एक फिर हम एक दूसरे से नफरत क्यों करें। कार्यक्रम की समाप्ति में मुल्क की तरक्की, खुशहाली, अमन शांति की की दुआ की गई। मौके पर मौलाना शहादत हुसैन, कारी आफताब, मौलाना महबूब, हाजी आफताब, इजहार खान, अरशद खान, कौशर उर्फ चूरन खान, अरमान खान, बाबू खान, शमीम खान, अब्दुलवदूद, अजहर हुसैन, बॉक्सर खान आदि मौजूद थे।

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